जर्जर तार को लेकर ग्रामीणों में आक्रोश, आंदोलन की दी चेतावनी

सासाराम सदर : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार प्रत्येक घर तक बिजली पहुंचने के लिए कटिबद्ध बताते है. इतना ही नहीं, घर के अलावा अलग से खेतों की सिंचाई लिए बिजली उपलब्ध करने की दावा करते है. लेकिन, इसका जमीनी हकीकत कुछ और ही है. नीतीश सरकार के अफसर व कर्मचारी तानाशाह व अड़ियल रवैया […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 7, 2019 5:03 AM

सासाराम सदर : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार प्रत्येक घर तक बिजली पहुंचने के लिए कटिबद्ध बताते है. इतना ही नहीं, घर के अलावा अलग से खेतों की सिंचाई लिए बिजली उपलब्ध करने की दावा करते है. लेकिन, इसका जमीनी हकीकत कुछ और ही है. नीतीश सरकार के अफसर व कर्मचारी तानाशाह व अड़ियल रवैया के कारण कोई भी विकास कार्य धरातल पर उतर नहीं पाती.

विकास के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति की जाती है. यह बातें सोमवार को संझौली प्रखंड के अंतर्गत चैता बहोरी के दर्जनों ग्रामीणों ने कहीं. ग्रामीण सत्येंद्र चौधरी, जितेंद्र चौधरी, सोनू कुमार, नीतीश कुमार पटेल, संदीप, पवन, गुड्डू, रोहित आदि ने जर्जर तार को ले आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि गांव में एक साल से अधिक बिजली का तार जर्जर हो गया है.
गली-गली में तार जर्जर होकर पोल से नीचे लटक गया है. कई बार बिजली के चपेट में लोग आ भी गये है. लेकिन, विद्युत विभाग का इस पर कोई असर नहीं. इस समस्या को लेकर दर्जनों बार संझौली से लेकर बिक्रमगंज विद्युत विभाग कार्यालय का चक्कर लगाया गया. लेकिन, विद्युत विभाग के अधिकारी व जेई आवेदन रिसीव करने के सिवा कुछ नहीं करते.
जब भी आवेदन दिया जाता है, तो 15 से 20 दिन के अन्दर अन्दर कार्य कर देने का आश्वासन देते है. ऐसा ही करते-करते एक साल से अधिक हो गया. लेकिन, विद्युत विभाग के अधिकारी व कार्यपालक अभियंताओं को कान तक जूं तक नहीं रेंगती. पर, अब बर्दास्त नहीं किया जाएगा. यदि 15 दिनों के अंदर बिजली के जर्जर तार बदलने का काम शुरू नहीं हुआ, तो विद्युत विभाग के खिलाफ बड़ा आंदोलन होगा. जिसका सारी जवाबदेही बिजली विभाग की होगी.

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