आशा, सेविका और एएनएम को आज हर हाल में दिला लें प्रशिक्षण
सासाराम : सघन दस्त नियंत्रण पखवारे को लेकर डीएम पंकज दीक्षित ने गुरुवार की देर शाम तक अपने कार्यालय कक्ष में जिला समन्वयक समिति (डीडीसी) की बैठक की. बैठक में जिला समन्वयक समिति के सभी नामित सदस्य उपस्थित थे. साथ ही जिले के वरीय पदाधिकारी व अनुमंडल पदाधिकारी भी उपस्थित थे. बैठक में सभी विभागों […]
सासाराम : सघन दस्त नियंत्रण पखवारे को लेकर डीएम पंकज दीक्षित ने गुरुवार की देर शाम तक अपने कार्यालय कक्ष में जिला समन्वयक समिति (डीडीसी) की बैठक की. बैठक में जिला समन्वयक समिति के सभी नामित सदस्य उपस्थित थे. साथ ही जिले के वरीय पदाधिकारी व अनुमंडल पदाधिकारी भी उपस्थित थे. बैठक में सभी विभागों की भूमिका को रेखांकित किया गया व तैयारियों की जानकारी दी गयी.
साथ ही बैठक में बेहतरीन निर्णय लिया गया जिससे पूरा जिला लाभान्वित होगा और अन्य जिलों के लिए आदर्श और अनुकरणीय होगा. सभी स्कूलों में हाथ सफायी की पेंटिंग, सभी जल मीनार और टंकी की सफायी आदि निर्णय लिया गया. डीएम ने कई दिशा निर्देश दिया.
उन्होंने कहा कि आशा, सेविका व एएनएम को 22 जून तक हर हाल में प्रशिक्षित कर लें. प्रशिक्षित होने से संबंधित रिपोर्ट भी करें. सभी आंगनबाड़ी केंद्रों पर पखवारा के दौरान ओआरएस बनाने की विधि और हाथ की सफाई का प्रदर्शन कर समुदाय को जागरुक करने का कार्य सेविका द्वारा किया जाये. ग्रामीण स्वास्थ्य स्वच्छता एवं पोषण समिति की बैठक आयोजित किया जाये.
योजना अनुसार एवं प्रचार प्रसार जैसे दीवार लेखन, रैली इत्यादि किया जाये. सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, अनुमंडलिय अस्पताल और जिला अस्पताल में स्थायी रूप से ओआरएस-जिंक कोर्नर स्थापित किया जाये. सभी स्कूल में छह चरणो में हांथ धोने की अभ्यास कराया जाये व जागरुकता के लिए प्रभात फेरी निकाले.
विशेष रूप से शहरी मलिन बस्ती में मोबाइल टीम द्वारा कार्य किया जाना है. जिला पदाधिकारी ने कहा की डीपीएम स्वास्थ्य समिति व जीवीका आपस में निष्कर्ष कर एक ही तिथि को पूरे जिले की सभी गांव की ग्रामीण संगठन (जीविका) की बैठक कर आशा द्वारा सभी सदस्यों को ओआरएस और जिंक का प्रदर्शन एवं प्रचार प्रसार संबंधित उन्मुखीकरण किया जाये.
यूनिसेफ के एसएमसी असजद एकबाल सागर के प्रस्ताव पर डीएम ने निर्देशित किया कि इस दौरान सभी स्कूलों में हाथ धोने के तरीके का पेंटिंग बनवाया जायेगा. सिविल सर्जन ने कहा कि ओआरएस और जिंक उपयुक्त मात्रा में जिले में उपलब्ध है. जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ आरकेपी साहू ने कहा की जिला सामुदायिक उत्प्रेरक एवं प्रखंड सामुदायिक उत्प्रेरक की पूर्ण जिम्मेदारी है की आशा सभी घरों तक पहुंचे पूरी जानकारी के साथ.