शहर में क्राइम कंट्रोल के लिए खर्च किये गये लाखों रुपये, पर ध्यान नहीं
डेहरी कार्यालय : शहर में अपराध पर नियंत्रण के लिए आम जनता की मांग पर पूर्व सांसद उपेंद्र कुशवाहा द्वारा सांसद निधि से शहर के प्रमुख स्थलों पर लगाये गये सीसीटीवी कैमरों में से अधिकतर कैमरों ने काम करना बंद कर दिया है. कैमरे लगाने के निर्णय से शहर की जनता व व्यवसायियों के मन […]
डेहरी कार्यालय : शहर में अपराध पर नियंत्रण के लिए आम जनता की मांग पर पूर्व सांसद उपेंद्र कुशवाहा द्वारा सांसद निधि से शहर के प्रमुख स्थलों पर लगाये गये सीसीटीवी कैमरों में से अधिकतर कैमरों ने काम करना बंद कर दिया है. कैमरे लगाने के निर्णय से शहर की जनता व व्यवसायियों के मन में जो खुशी की लहर दौड़ी थी, वह फीका पड़ गया है.
शहर की सुरक्षा को लेकर व्यवसायियों की जगी उम्मीद पर पानी सा फिर गया है. शहर में क्राइम कंट्रोल में सहायक साबित होने वाली उक्त योजना के चंद माह के अंदर ही ग्रहण लग जाने से कई सवाल खड़े हो रहे हैं. कैमरा लगाने वाली कंपनी के ऊपर अब तक किसी भी प्रकार की कार्रवाई के लिए किसी अधिकारी या जनप्रतिनिधि द्वारा नहीं लिखा जाना भी लोगों की समझ में नहीं आ रहा है.
बताते हैं कि कुल 19 जगहों पर 45 सीसीटीवी कैमरे शहर की सुरक्षा की दृष्टि से लगाने की अनुशंसा अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी द्वारा एसपी को की गयी थी. उन सारे जगहों पर तो कैमरे नहीं लगे, लेकिन शहर में कुछ चुनिंदा जगहों पर कैमरे लगाये गये.
आनन फानन में माननीय सांसद द्वारा उद्घाटन भी किया गया, लेकिन उद्घाटन के कुछ माह बाद ही अधिकतर कैमरों ने काम करना बंद कर दिया. सारे कैमरों का कंट्रोल रूम नगर थानाध्यक्ष कार्यालय कक्ष में बनाया गया, जिसमें लगा मॉनीटर कभी दो, तो कभी चार कैमरों को ही चालू स्थिति में दर्शाता है. अब लोग सवाल यह उठा रहे हैं कि सांसद ने जनता की भलाई के लिए शहर में जो कैमरा लगाया गया है, वह विफल कैसे हो गया.
13 लाख लागत की बनी थी योजना
लोगों का कहना है कि काफी प्रयास किये जाने के बाद शहर में करीब 13 लाख रुपये की लागत से कैमरा लगाने की योजना तय हुआ था. शहर के थाना चौक, एससी एसटी थाना, काली मंदिर स्टेशन रोड, पूर्वी मोहन बीघा स्टेशन से घुसने पर, स्टेशन का मुख्य गेट व मंदिर मस्जिद, चूना भट्ठा के पास, जक्खी बिगहा पुल के पास, अंबेडकर चौक, रामा रानी चौक, वीर कुंवर सिंह चौक, बाबूगंज मोड़, हनुमान मंदिर, बारह पत्थर दुर्गा मंदिर, हदहदवा पुल के पास, तार बांग्ला चौक, मोहन बीघा बस स्टैंड, अनुमंडल न्यायालय, झारखंडी मंदिर कुल 19 जगहों पर सीसीटीवी कैमरे लगने थे.
कहां-कहां लगे हैं कैमरे
सांसद निधि से शहर के थाना चौक, अंबेडकर चौक, एनीकट झारखंडी मंदिर, मोहन बीघा पूर्वी, अरविंदो सोसाइटी, स्टेशन रोड दुर्गा मंदिर के नजदीक, हनुमान मंदिर डेहरी बाजार, डेहरी नगर थाना कैंपस के अंदर करीब 12 लाख 50 हजार रुपये की लागत से सीसीटीवी कैमरे लगाये गये हैं. शुरुआती दौर से ही कैमरे की गुणवत्ता व नेटवर्क सिस्टम को लेकर शिकायतें मिलती रही हैं. कैमरे लगाने वाली कंपनी पर लोगों ने आरोप लगाया था कि घटिया क्वालिटी के सामान की आपूर्ति कर कंपनी किसी तरह अपने मेंटेनेंस की तय समय सीमा को पूरा करना चाह रही है.
क्या कहते हैं लोग
शहर में सीसीटीवी कैमरा लगाने का मकसद पूरा नहीं हुआ, इसके लिए सीसीटीवी कैमरा लगाने वाली कंपनी के साथ साथ पूर्व सांसद भी जिम्मेदार है.
नंद यादव
इस संबंध में जिलाधिकारी, एसपी व पूर्व सांसद से भी व्यवसायियों द्वारा शिकायत की गयी, परंतु अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई. इससे शहर के व्यवसायी बहुत दुखी हैं.
सच्चिदानंद प्रसाद ,अध्यक्ष डेहरी चेंबर ऑफ कॉमर्स
पूर्व सांसद पर भी शहर के लोगों द्वारा इस बात को लेकर उंगली उठायी जा रही है कि वह कैमरे तो लगवा दिये, लेकिन प्रॉपर वे में कैमरे काम नहीं कर रहे हैं. इसकी शिकायत के बाद भी उनके स्तर से कार्रवाई नहीं की गयी.
सोनू कुमार
शहर में सीसीटीवी कैमरा लगाये जाने से अपराधियों में भय व्याप्त हुआ था. अपराध पर नियंत्रण के लिए पुलिस प्रशासन को भी मदद मिली थी, लेकिन कैमरे बंद रहने के कारण उसका लाभ लोगों को नहीं मिल पा रहा है.
प्रमोद महतो