हर ओर सड़क की जमीन पर कब्जा करने की मची होड़
डेहरी नगर : सड़कें विकास की पहली सीढ़ी होती है. लेकिन, आज के दौर में शासन और प्रशासन की उदासीनता के चलते विकास के इस प्रतीक की परिभाषा अतिक्रमण और अवैध कब्जों का शिकार हो चली है. ग्रामीण एरिया हो या शहरी एरिया हर जगह सड़कों पर अतिक्रमण और अवैध निर्माण की प्रतियोगिता सी चलती […]
डेहरी नगर : सड़कें विकास की पहली सीढ़ी होती है. लेकिन, आज के दौर में शासन और प्रशासन की उदासीनता के चलते विकास के इस प्रतीक की परिभाषा अतिक्रमण और अवैध कब्जों का शिकार हो चली है.
ग्रामीण एरिया हो या शहरी एरिया हर जगह सड़कों पर अतिक्रमण और अवैध निर्माण की प्रतियोगिता सी चलती नजर आ रही है. पथ निर्माण विभाग द्वारा राष्ट्रीय राज्य मार्ग से डेहरी शहर होते हुए रोहतास तक राष्ट्रीय राजमार्ग दो का निर्माण कार्य शुरू किया, अब यह कार्य समापन पर है. मगर इससे पहले ही राजमार्ग के दोनों साइड सड़क के किनारे नाले बनाये गये.
नाले निर्माण के बाद आज शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों तक अतिक्रमण करने की होड़ मची है. इसके विपरीत पथ निर्माण विभाग ने किसी भी अवैध कब्जा धारक को किसी भी प्रकार का कोई प्रतिवेदन नहीं दिया. अवैध कब्जा धारकों से स्वार्थ पूर्ति कर आंखें बंद किये बैठे हैं. किसी भी मार्ग पर सड़क किनारे अवैध निर्माण देखे जा सकते हैं.
अभी हाल में ही हाईकोर्ट का आदेश आया कि किसी भी प्रकार का शहरी क्षेत्र में सड़क के किनारे अतिक्रमण होता है, तो उसकी जिम्मेदार नगर पर्षद के अधिकारी होंगे और ग्रामीण क्षेत्रों में सड़क के किनारे अतिक्रमण होता है तो उसकी सीधी जिम्मेदार अंचलाधिकारी और उस क्षेत्र के थाना प्रभारी होगा. फिर भी अफसरों की उदासीनता के चलते सड़क की भूमि पर लगातार अवैध कब्जा अथवा अवैध निर्माण जारी है.
कहां-कहां है अतिक्रमण
डेहरी शहर के तार बांग्ला चौक के पूर्वी साइट, बिजली कॉलोनी, कमरान गंज , कटार, निरंजन बिगहा, बीएमपी और इंद्रपुरी-तिलौथू व रोहतास तक सभी मार्गों में सड़क निर्माण के बाद अवैध कब्जों की होड़ मची है. यहां तक कि तार बांग्ला में भू माफियाओं द्वारा अवैध कब्जा कर दुकान दो से 10 हजार तक किराये पर दिये जा रहे हैं. लोगों के मुताबिक इनकी अधिकारियों से मिलीभगत के कारण इन लोग अवैध कब्जा करने में थोड़ा भी नहीं डरते.