बारिश ने पीएचइडी को ”धो” डाला, शहरवासी प्यासे

सासाराम सदर : जब-जब शहर में बारिश होती है, तब-तब पीएचइडी परेशान हो जाता है. इसका खामियाजा लोगों को भी भुगतना पड़ता है. लोगों को पीने के पानी के लिए तरसना पड़ता है. आलम यह है कि शहर में मूसलाधार बारिश हो तो दूर की बात, हल्की-सी भी बारिश होती है, तो पीएचइडी का मोटर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 20, 2019 8:51 AM

सासाराम सदर : जब-जब शहर में बारिश होती है, तब-तब पीएचइडी परेशान हो जाता है. इसका खामियाजा लोगों को भी भुगतना पड़ता है. लोगों को पीने के पानी के लिए तरसना पड़ता है. आलम यह है कि शहर में मूसलाधार बारिश हो तो दूर की बात, हल्की-सी भी बारिश होती है, तो पीएचइडी का मोटर पंप हाउस में पानी भर जाता है.

इससे कारण पंप हाउस में अवस्थित मोटर मशीनें को बंद करना पड़ता है. यदि शहर में मूसलाधार बारिश हो गयी, तो फिर कहना क्या है, पीने के शुद्ध पानी अर्थात सप्लाई के पानी लोगों को एक सप्ताह तक नसीब नहीं होता है.
क्योंकि, लोगों को पानी पिलाने वाला पीएचइडी खुद बारिश की पानी से दम तोड़ने लगता है. मूसलाधार बारिश होने पर पीएचइडी के मोटर पंप हाउस में दो तीन-फुट ऊपर पानी भर जाता है. इससे सभी मोटर बंद करने पड़ते हैं. मोटर बंद होते ही शहर में सप्लाई की पानी पर ग्रहण लग जाता है. जलापूर्ति सेवा पूरी तरह से ठप हो जाती है. इससे लोगों को पीने की पानी के लिए काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है.
बारिश होने पर पीएचइडी के मोटर पंप हाउस में दो-तीन फुट भर गया था पानी
दो दिन बाद शुरू की गयी पानी सप्लाइ
हैंडपंप का लेना पड़ा सहारा
पिछले दो दिनों से शहर के हजारों लोग पीने के पानी के लिए परेशान रहे. क्योंकि दो दिनों से पीएचइडी के मोटर पंप हाउस में एक-दो फुट पानी भरे हुए है. मोटर पंप हाउस में पानी भरने के कारण अवस्थित सारे मोटर बंद किये गये थे. इसके कारण पिछले दो दिनों शहर में जलापूर्ति सेवा पूरी तरह से ठप रही. इससे शहरवासियों को पीने की पानी के लिए तरसना पड़ा. कई वार्डों व मुहल्लों के लोग पीने के पानी के लिए हैंडपंप का सहारा लिया.
पानी की समस्या से लोग परेशान
मोटर पंप हाउस में जमे पानी की निकासी के प्रति विभाग के एसडीओ हो या जेई, कोई भी सक्रिय या गंभीर नहीं हैं. क्योंकि, शहर के लोगों का कहना है कि कौन-सा ऐसी समस्या है, जिसका निदान नहीं है, यदि मोटर पंप हाउस में बारिश की पानी का जमाव हो जाता है तो उस पानी को निकाला भी जा सकता है.
लेकिन नहीं, पीएचइडी मोटर पंप हाउस से भरे पानी को निकालने के लिए कोई दिलचस्पी या तत्परता नहीं दिखाता है. स्वयं पानी सूखने का इंतजार करता है. इसके कारण शहर में कई दिनों से जलापूर्ति सेवा बाधित रहती है. विभाग के अधिकारी कुछ न कुछ बहाना कर पल्ला झाड़ लेते हैं. इसका खामियाजा शहर के लोगों को भुगतना पड़ना है
बारिश नहीं होने की दुआ करता है पीएचइडी
पीएचइडी के मोटर पंप हाउस में जमे पानी की निकासी के लिए कोई उचित व्यवस्था नहीं है. सूत्रों के अनुसार विभाग के अधिकारी, जेई या अन्य कार्यरत कर्मी, जमे पानी निकासी का कोई व्यवस्था का नहीं, बल्कि बरसात नहीं होने की दुआ करते हैं.
अर्थात पीएचइडी सुखाड़ की दुआ कर मोटर पंप हाउस में जमे पानी निकलने की उम्मीद करते हैं. क्योंकि, पंप हाउस में जमे पानी निकालने के लिए विभाग द्वारा अब तक कोई ठोस पहल या प्रयास नहीं किया गया है. इसके कारण पंप हाउस में पानी का जमाव हो जाता है. इस कारण मोटर बंद कर शहर में जलापूर्ति सेवा बाधित कर दी जाती है.
क्या कहते हैं कार्यपालक अभियंता
बारिश के पानी मोटर पंप हाउस में घुटने भर गया था, जिससे कारण पंप हाउस में मोटर नहीं चलाये गये. पंप हाउस में जमे पानी को निकाला गया, इसके बाद विद्युत फ्यूज में भी कुछ खराबी आ गयी, जिसके कारण गुरुवार को लगभग दोपहर एक बजे से मोटर चालू कर जलापूर्ति शुरू कर दी गयी है.
पी शेखर, कार्यपालक अभियंता पीएचइडी सासाराम

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