शराबबंदी के विरोध में महिलाओं ने भरा हुंकार

सासाराम ग्रामीण : शराब बंदोबस्ती मे इस बार महिलाओं ने बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया. कुल 36 देसी-विदेशी व कंपोजिट शराब दुकानों की मालकिन महिलाएं हैं, लेकिन शराब बंदी के खिलाफ आज भी उनका हौसला कम नहीं हुआ है. औरतों का एक वर्ग समाज को इस गंदगी से मुक्ति दिलाने के लिए हर संभव प्रयास कर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 16, 2013 1:31 PM

सासाराम ग्रामीण : शराब बंदोबस्ती मे इस बार महिलाओं ने बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया. कुल 36 देसी-विदेशी व कंपोजिट शराब दुकानों की मालकिन महिलाएं हैं, लेकिन शराब बंदी के खिलाफ आज भी उनका हौसला कम नहीं हुआ है. औरतों का एक वर्ग समाज को इस गंदगी से मुक्ति दिलाने के लिए हर संभव प्रयास कर रहा है.

इसी क्रम में प्रगतिशील महिला मंच ने रविवार को मलांव गांव में शराब बंदी के लिए आमसभा आयोजित किया गया. इस सभा में अन्य सामाजिक संगठनों ने भी शराब बंदी के लिए आवाज बुलंद की. आमसभा की अध्यक्षता प्रगतिशील महिला मंच की अध्यक्षा सुनीता ने की. सभा को संबोधित करते हुए महिला नेत्रियों ने इसके लिए नीतीश सरकार को जिम्मेदार बताया.

उन्होंने कहा कि सरकार गांव-गांव शराब दुकान खुलवा कर अगली पीढ़ी की जिंदगी में जहर घोल रही है. सभी का एक स्वर में कहना था कि इससे महिलाओं के प्रति अत्याचार बढ़ा है. शराब बंदी के लिए आवाज बुलंद करने वाली मलांव गांव की औरतों को सबने तारीफ की. मंच का संचालन जायसवाल तिवारी ने किया.

इस दौरान पुरुष भी महिलाओं के साथ साथ खड़े दिखे. आमसभा को राजश्री देवी, जुबैदा खातून, रिना सिंह, भोले शंकर, अशोक कुमार, युगल किशोर, कपिल, रविशंकर राम, कलावती देवी, चंदेश्वर, अरुण कुमार, साई लीलावती देवी, सत्य नारायण आदि ने संबोधित किया.

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