बेलगाम हो गये अफसर : मंजुल

सासाराम कार्यालय : बिहार में अफसरशाही चरम पर है, आम लोगों की सुनने वाला कोई नहीं है. ठेकेदारी प्रथा के सहारे सारी व्यवस्थाएं चल रही हैं. जनतांत्रिक अधिकारों को हनन हो रहा है. ये बातें बिहार राज्य अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ के जिला सम्मेलन में संघ के सचिव मंजुल कुमार दास ने कहीं. मौका था, बिहार […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 16, 2013 1:31 PM

सासाराम कार्यालय : बिहार में अफसरशाही चरम पर है, आम लोगों की सुनने वाला कोई नहीं है. ठेकेदारी प्रथा के सहारे सारी व्यवस्थाएं चल रही हैं. जनतांत्रिक अधिकारों को हनन हो रहा है.

ये बातें बिहार राज्य अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ के जिला सम्मेलन में संघ के सचिव मंजुल कुमार दास ने कहीं. मौका था, बिहार राज्य अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ के दसवें जिला सम्मेलन और अनुसचिवीय कर्मचारी संघ के संयुक्त आठवें सम्मेलन का, जो स्थानीय ओझा टाउन हॉल में आयोजित हुआ.

इस सम्मेलन में सभी विभागों के अराजपत्रित कर्मचारी उपस्थित थे. कार्यक्रम का उद्घाटन मंजुल कुमार दास के साथ राज किशोर राय, जिला मंत्री मनोज कुमार सिंह ने संयुक्त रूप से किया. जिला शाखा में झंडोत्तोलन और शहीद वेदी पर माल्यार्पण के साथ विधिवत रूप से सम्मेलन की शुरुआत हुई.

दूर-दूर से आये कर्मचारी

सम्मेलन तो रोहतास जिला मुख्यालय सासाराम में था, लेकिन इसमें शिरकत आसपास के कई जिलों सहित दूसरे राज्यों के प्रतिनिधियों ने भी किया. कार्यक्रम में पड़ोसी राज्य झारखंड से आये प्रतिनिधियों ने भी सम्मेलन को संबोधित किया. सम्मेलन में बिहार राज्य अराजपत्रित कर्मचारी संघ के जिला स्तर के सभी कर्मचारी उपस्थित थे.

सम्मेलन में अध्यक्ष मंडल का गठन किया गया जिसमें मो. शमशाद, नरेंद्र कुमार सिंह, जितेंद्र कुमार एवं मो. गयासुद्दीन को शामिल किया गया, इन्हीं लोगों द्वारा सभा का संचालन किया गया. सम्मेलन में राजकुमार झा, परमहंस सिंह, शंभुनाथ पांडेय, वही झारखंड से संघर्ष मंत्री वीरेंद्र कुमार विद्यार्थी, चंद्रिका प्रसाद, सईद आलम, जितेंद्र सिंह, राजन सिंह आदि ने संबोधित किया.

अतिथियों का स्वागत विजय कुमार द्वारा किया गया. महासंघ के जिला मंत्री मनोज कुमार ने सम्मेलन का प्रतिवेदन प्रस्तुत किया जिसे सर्वसम्मति से सभी सदस्यों ने पारित किया.

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