सबको पता, कार्रवाई करनेवाला कोई नहीं
सासाराम ग्रामीण : शहर में कई जगहों पर अवैध ऑटो स्टैंड बन चुका है. जिला प्रशासन व नगर पर्षद को इसका पता भी है. बावजूद इसके अवैध ऑटो स्टैंड के विरुद्ध आंशिक कार्रवाई ही होती है. आलम यह है कि अवैध ऑटो स्टैंड में अपराधियों का जमावड़ा लगा रहता है. ये लोग ऑटो चालकों से […]
सासाराम ग्रामीण : शहर में कई जगहों पर अवैध ऑटो स्टैंड बन चुका है. जिला प्रशासन व नगर पर्षद को इसका पता भी है. बावजूद इसके अवैध ऑटो स्टैंड के विरुद्ध आंशिक कार्रवाई ही होती है. आलम यह है कि अवैध ऑटो स्टैंड में अपराधियों का जमावड़ा लगा रहता है. ये लोग ऑटो चालकों से एजेंटी वसूलते हैं. बैंक से पैसा निकाल कर घर जा रहे लोगों से लूट की घटना को अंजाम देते रहे हैं. शहर में छिनतई की जितनी घटनाएं हुई है, सबका तार अवैध ऑटो स्टैंड से जुड़ा है.
कुछ ऐसा ही घटना का अंजाम शहर के दी सासाराम भभुआ सेंट्रल को-ऑपरेटिव बैंक परिसर से हो सकता है. किसान से लेकर पैक्स अध्यक्षों का अब धान खरीद का पैसे का निकासी व जमा करने का सिलसिला शुरू होगा. यहां को-ऑपरेटिव परिसर अवैध स्टैंड बना हुआ है. कभी भी ग्राहकों से लूट की घटनाएं हो सकती हैं. वैसे तो शहर की सभी मुख्य सड़कों के इर्द-गिर्द खाली पड़ी जमीन को देख दबंग ऑटो स्टैंड घोषित कर देते हैं.
शुरुआती दौर में आठ-दस ऑटो चालकों को बुला कर लाते हैं. तय कर दिया जाता है की स्टैंड से इस रूट के लिए ऑटो खुलती है. धीरे-धीरे ऑटो की बाढ़ सी आ जाती है. फिर वहीं लोग चालकों से एजेंटी वसूलने लगते हैं, जो चालक एजेंटी देने से इंकार करता है, उसके साथ ये लोग मार-पीट करते हैं. मजबूरन चालकों को एजेंटी देनी पड़ती है.
होती है लूटपाट भी : शहर में तकिया ओवर ब्रिज के नीचे, रौजा रोड़, पोस्ट ऑफिस चौक, धर्मशाला चौक,स्टेशन रोड, बौलिया मोड़, कादिरगंज, सागर, बेदा नहर पुल, बेदा मोड़ आदि जगहों पर अवैध ऑटो स्टैंड है. नगर पर्षद यहां से चालकों से टैक्स भी वसूलती है व दबंग तथा अपराधी प्रवृति के लोग एजेंटी वसूलते हैं. सूत्र बताते हैं कि ऑटो स्टैंड अपराधियों के लिए सेफ जोन बना हुआ है. इनके लोग शहर के विभिन्न बैंकों में अपने शिकार पर नजर रखते हैं.
जैसे ही बैंक से कोई व्यक्ति मोटी रकम निकालाता है, उसकी खबर स्टैंड में बैठे अपने आका को देते हैं. अब इसके डायरेक्सन पर बैंक के बाहर खड़ा अपराधी उक्त व्यक्ति के पीछे लग जाता है. मौका मिलते ही हथियार का भय दिखा पैसा छीन कर भाग निकलते हैं. अगर किसी ने पीछा किया तो इनके सहयोगी अपने साथी को कवर कर डेंजर जोन से बाहर निकाल देते हैं. यह सब कुछ स्टैंड में बैठे सरगना के इशारे पर होता है.
कहते हैं अधिकारी
ऑटो स्टैंड में दिन भर असामाजिक तत्वों का जमावड़ा लगा रहता है. कई बार इसकी जानकारी नगर थाने को दी गयी. लेकिन पुलिस कार्रवाई नहीं करती है. दो बार पैसा लूट की घटना हो चुकी है, जिससे उपभोक्ता भी पैसा निकाल कर जाने में सहमे रहते हैं.
बिरेंद्र कुमार सिंह, शाखा प्रबंधक दी सासाराम भभुआ सेंट्रल को-ऑपरेटिव बैंक.