सासाराम: आजादी के 67 साल बाद भी कैमूर व रोहतास जिले के आदिवासियों को मूलभूत सुविधाएं नहीं मिल रही हैं. ये बातें स्थानीय सांसद छेदी पासवान ने मंगलवार को प्रेसवार्ता में कहीं. सांसद ने मुख्यमंत्री को पत्र लिख कर पहाड़ पर बसे गांवों में आदिवासियों को सुविधाएं उपलब्ध कराने की मांग की है.
उन्होंने ने अपने पत्र में कहा है कि आज भी पहाड़ पर बसे गांवों क ी महिलाएं तीन-तीन किलोमीटर पैदल चल कर पानी लाती हैं. सांसद ने यह भी कहा है कि कैमूर के अधौरा प्रखंड की 14 पंचायतों में 103 गांव हैं.
इन गांवों में से मात्र तीन गांव में बिजली आपूर्ति हो रही है. इन गांवों में शिक्षा, स्वास्थ्य, पेयजल, सड़क व बिजली आदि की भी सुविधा नहीं है. रोजगार के साधन भी नहीं हैं. इस कारण पहाड़ी क्षेत्र के लोग सामाजिक, आर्थिक, शैक्षणिक व बुनियादी सुविधाओं की दृष्टि से बेहद पिछड़े व उपेक्षित हैं. इन क्षेत्रों के आदिवासी गुरबत में जिंदगी जीने को मजबूर हैं. इनकी उपेक्षा लोक कल्याणकारी राज्य सरकार की नीतियों पर प्रश्नचिह्न् खड़ा करता है.