डेहरी ऑन सोन(सदर): शहर के चर्चित चिकित्सक डॉ एसएन बजाज के पुत्र ऋषभ बजाज की गिरफ्तारी शहर में चर्चा का विषय बना हुआ है. लोग अटकलें लगा रहे हैं कि क्या सही में ऋषभ बजाज के तार खाड़ी देश के आतंकियों के साथ जुड़े हैं. या फिर एक सोची समझी साजिश के तहत उसकी गिरफ्तारी की गयी है, जिससे डॉ एसएन बजाज को बदनाम किया जा सके.
मामला जो भी हो, लेकिन सच्चई यह है कि पिछले दिनों राजस्थान एटीएस की टीम ने ऋषभ बजाज को आतंकी गतिविधियों पर चैटिंग करने के आरोप में गिरफ्तार कर राजस्थान ले गयी है.
गौरतलब है कि मेडिकल का छात्र ऋषभ बजाज के खिलाफ पाकिस्तान, दुबई व कश्मीर के कुछ संदिग्ध लोगों से व्हाट्सएप्प पर वात करने व हिंदुस्तान को तबाह करने की मंशा के कई प्रमाण राजस्थान पुलिस को मिले हैं. ऋषभ की गतिविधियों पर राजस्थान एटीएस का दो माह से नजर रख रही थी. इसकी जानकारी बिहार एटीएस को भी दी गयी थी. कुछ दिन पहले पटना में बिहार एटीएस की टीम ने पूछताछ के बाद ऋषभ को पीआर बांड पर छोड़ दिया था. इस दौरान ऋषभ से व्हाट्सएप्प पर बात करनेवाले विकास को राजस्थान पुलिस ने कोटा से धर-दबोचा. उसकी निशानदेही पर ऋषभ को स्थानीय पुलिस की सहायता से डेहरी से गिरफ्तार किया गया.
क्या कहते हैं एसपी
डॉक्टर के बेटे के खिलाफ पाकिस्तान व कश्मीर के संदिग्ध लोगों से लगातार व्हाट्सएप्प पर वार्ता करने का प्रमाण राजस्थान व बिहार के एटीएस को मिले है. उसने पांच-छह लड़कों का व्हाट्सएप्प पर ग्रुप बना कर फर्जी नाम से कई जगहों पर बम मारने व कई जगहों पर विस्फोट करने की भी बात की है. राजस्थान एटीएस द्वारा लगातार नजर रखे जाने पर यह खुलासा हुआ है. लेकिन, इस संदर्भ में रोहतास पुलिस के पास कोई डिटेल्स नहीं है. राजस्थान एटीएम की डिमांड पर उसे ट्रांजिट रिमांड पर भेजा गया है.
चंदन कुमार कुशवाहा, एसपी, रोहतास