विदेशों तक पहुंचती है तिलकुट की खुशबू
सासाराम: मकर संक्रांति त्योहार में एक सप्ताह शेष है. शहर में तिलकुट व्यवसायी तिलकुट बनाने में मशगूल हैं. पर, महंगाई का असर तिलकु ट व्यवसाय पर भी दिख रहा है. दुकानों पर तिलकु ट के खरीदार कम पहुंच रहे हैं. पिछले वर्ष की तुलना इस वर्ष तिलकुट 20 रुपया प्रति किलो महंगा बिक रहा है. […]
सासाराम: मकर संक्रांति त्योहार में एक सप्ताह शेष है. शहर में तिलकुट व्यवसायी तिलकुट बनाने में मशगूल हैं. पर, महंगाई का असर तिलकु ट व्यवसाय पर भी दिख रहा है. दुकानों पर तिलकु ट के खरीदार कम पहुंच रहे हैं. पिछले वर्ष की तुलना इस वर्ष तिलकुट 20 रुपया प्रति किलो महंगा बिक रहा है.
हालांकि, तिलकुट बनाने में लगने वाली सामग्री तिल व चीनी के कीमतों में बहुत ज्यादा वृद्धि नहीं हुई है, पर तिलकुट व्यवसायियों का कहना है कि तिलकुट बनाने वाले कारीगरों को गया व झारखंड बुलाना पड़ता है. कारीगरों की पारिश्रमिक व जलावन की कीमतों में वृद्धि होने के कारण तिलकुट के कीमतों में वृद्धि हुई है.
शहर के प्राचीन तिलकुट व्यवसायी राधा कृष्ण गुप्ता ने बताया कि यहां से तिलकुट रोहतास जिला सहित कैमूर, औरंगाबाद, भोजपुर,बक्सर तक के व्यापारी ले जाते हैं. यहां का तिलकुट अरब, मॉरिशस सहित कई देशों में लोग उपहार स्वरूप भेजते हैं.