दर-दर भटक रहे जरूरतमंद
सासाराम (कार्यालय) : सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं में से एक है गरीबों को राशन–केरोसिन बांटना, जिसके लिए सरकार बाकायदा कार्ड बनाने के बाद कूपन द्वारा राशन–केरोसिन बांट रही है. लेकिन, राशन–केरोसिन कूपन वितरण में भी नगर पर्षद एक बार फिर संदेहों के घेरे में है. यहां पर्षद अपनी जिम्मेवारियों को निभा पाने में असक्षम साबित […]
सासाराम (कार्यालय) : सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं में से एक है गरीबों को राशन–केरोसिन बांटना, जिसके लिए सरकार बाकायदा कार्ड बनाने के बाद कूपन द्वारा राशन–केरोसिन बांट रही है. लेकिन, राशन–केरोसिन कूपन वितरण में भी नगर पर्षद एक बार फिर संदेहों के घेरे में है.
यहां पर्षद अपनी जिम्मेवारियों को निभा पाने में असक्षम साबित हो रही है. हालत यह है कि बीपीएल में नाम दर्ज होने के बावजूद गरीबों को कार्ड के अभाव में कभी नगर पर्षद, तो कभी एसडीओ कार्यालय का चक्कर लगाना पड़ रहा है. कही वार्ड पार्षद कूपन देने में आनाकानी कर रहे हैं, तो कहीं कार्ड नहीं बनने की स्थिति में लोग राशन नहीं ले पा रहे हैं.
क्या है सरकार का आदेश
खाद्य आपूर्ति व उपभोक्ता संरक्षण के सचिव द्वारा जिला आपूर्ति विभाग को स्पष्ट निर्देश दिया गया है कि कार्ड हो या न हो, बीपीएल सूची या पारिवारिक सूची में नाम दर्ज होने की स्थिति में सभी को राशन कूपन देना है. वार्ड पार्षद या अन्य की पहचान पर कार्ड न होने पर भी कूपन देने का प्रावधान है.
इसमें किसी भी तरह की लापरवाही होने पर कार्रवाई करने की बात भी है. यहां नगर पर्षद की भूमिका अहम है लेकिन गरीब लोग कूपन के लिए दर–दर भटक रहे हैं.