न खुदा मिला और न ही विसाल-ए-सनम..

सासाराम (नगर) : नौ माह के अंदर स्नातक कला प्रशिक्षित वेतनमान का प्रोमोशन गंवा चुके शिक्षकों के समक्ष फिलहाल ऊहापोह की स्थिति है. अब वे जायें, तो जायें कहां. प्रोमोशन और उनका मूल विद्यालय भी गया. बहरहाल इन शिक्षकों को न तो खुदा ही मिले और न विसाले सनम. विभागीय सूत्रों की मानें, तो नौ […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 16, 2013 1:33 PM

सासाराम (नगर) : नौ माह के अंदर स्नातक कला प्रशिक्षित वेतनमान का प्रोमोशन गंवा चुके शिक्षकों के समक्ष फिलहाल ऊहापोह की स्थिति है. अब वे जायें, तो जायें कहां. प्रोमोशन और उनका मूल विद्यालय भी गया.

बहरहाल इन शिक्षकों को न तो खुदा ही मिले और न विसाले सनम. विभागीय सूत्रों की मानें, तो नौ माह पहले स्नातक कला प्रशिक्षित वेतनमान के पद पर प्रोन्नति पानेवाले जो शिक्षक इस बार अपना प्रोमोशन गंवा चुके हैं. उनकी नवप्रोन्नत होनेवाले शिक्षकों के स्कूल में पोस्टिंग की जायेगी.

लेकिन, प्रोमोशन गंवाने वाले शिक्षक मूल विद्यालय में जाने के लिए अडिग दिख रहे हैं. जिला प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष ललन राय की मानें, तो प्रोमोशन रद्द होने का मतलब शिक्षक मूल विद्यालय में मूल वेतनमान पर वापस हो जायेंगे. लेकिन, विभाग ने प्रोमोशन रद्द करने से पहले ही उनकी रिक्ति को 34,540 के तहत बहाल हुए शिक्षकों की मनचाही पोस्टिंग से भर दी है.

मार्च महीने में मैट्रिक प्रशिक्षित वेतनमान के पद भी समाप्त हो गये हैं. ऐसी स्थिति में इन शिक्षकों को मूल विद्यालय में भेजने की बजाय, दूसरे स्कूल में भेजना नियम के विरुद्ध होगा. इस बाबत जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (स्थापना) रुपेंद्र कुमार सिंह ने कहा कि वरीयता के आधार पर जिन शिक्षकों की प्रोन्नति रद्द हुई है या फिर जिन्होंने स्वेच्छा से प्रोमोशन नहीं लेने की बात कही है, उनकी नव प्रोन्नत शिक्षकवाले स्कूल में पोस्टिंग की जायेगी.

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