शिवसागर (रोहतास) : प्रखंड क्षेत्र के आंगनबाड़ी केंद्रों पर पोषाहार वितरण छलावा साबित हो रहा है. केंद्रों पर नौनिहालों को मिलनेवाले आहार में कटौती कर दी गयी है. परियोजना के मानक के अनुरूप पोषाहार भी नहीं दिये जा रहे हैं. गर्भवती महिलाओं के पोषाहार में भी कटौती हुई है. इससे आंगनबाड़ी केंद्रो ंपर बच्चों की संख्या घटने लगी है.
केंद्रों पर कम आते हैं बच्चे: आंगनबाड़ी केंद्रों पर पोषाहार में हो रही कटौती के कारण बच्चों की तादाद दिन पर दिन घटती जा रही है. केंद्र में 40 बच्चों के लिए पोषाहार मुहैया कराया जाता है. रजिस्टर में 40 बच्चों का नाम दर्ज भी होता है. लेकिन, रोजाना उपस्थिति कम होती है.
केंद्रों की नहीं होती नियमित जांच: बाल विकास परियोजना कार्यालय में गीता कुमारी, प्रभा कुमारी व कलिता कुमारी तीन पर्यवेक्षिकाओं की नियुक्ति है. इन तीनों को केंद्र 51, 51 व 49 की जांच की जिम्मेदारी मिली है. लेकिन, केंद्रों की जांच नियमित नहीं होती.
जांच में बरती जा रही कोताही: ग्रामीण संजय सिंह, गिरीश कुमार, लल्लू पासवान,यमुना पाल, दीपक सिंह, जगदीश साह, जितेंद्र पांडेय,शशि सिंह, रोली कुमारी व नृत्या सिंह ने बताया कि आंगनबाड़ी केंद्रों पर सेविकाओं की अनियमितताओं की जांच में कोताही बरती जा रही है. पर्यवेक्षिकाओं का कहना है कि जांच के लिए सीडीपीओ रोस्टर के अनुसार एक केंद्रों से दूसरे केंद्रों पर जाने में ही पूरा दिन बीत जाता है. एक दिन में दो या तीन आंगनबाड़ी केंद्रों की ही जांच हो पा रही है.