सल्फर मिला पानी पीने को मजबूर बड़ुआं के लोग

शिवसागर (रोहतास) : शिवसागर प्रखंड क्षेत्र के बड़ुआं गांव के करीब दो दर्जन लोग, जिसमें ज्यादातर बच्चे व युवक हैं, एक रहस्यमय बीमारी से आक्रांत हैं. लोग सांस फूलने, पेट फूलने व हड्डियों की विकलांगता के शिकार हो गये हैं. गांव के लोग अपने बच्चों के भविष्य को लेकर सशंकित हैं. लोगों ने बताया कि […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 21, 2015 10:33 AM
शिवसागर (रोहतास) : शिवसागर प्रखंड क्षेत्र के बड़ुआं गांव के करीब दो दर्जन लोग, जिसमें ज्यादातर बच्चे व युवक हैं, एक रहस्यमय बीमारी से आक्रांत हैं. लोग सांस फूलने, पेट फूलने व हड्डियों की विकलांगता के शिकार हो गये हैं. गांव के लोग अपने बच्चों के भविष्य को लेकर सशंकित हैं.
लोगों ने बताया कि प्रशासन को इसकी सूचना देने के बाद भी गांव में कोई मेडिकल टीम नहीं पहुंची है. गांव के प्रभाकर ओझा ने बताया कि गांव में मात्र तीन सरकारी चापाकल है, जिनमें में एक खराब पड़ा है. कुएं का पानी पीना उनकी मजबूरी बनी हुई है. उन्होंने बताया कि विगत दो वर्ष पूर्व पानी जांच करनेवाले लोग गांव आये थे. उन्होंने बताया था कि पानी में सल्फयूरिक एसिड की अधिकता है, जिससे पाचन क्रिया में प्रभावित होती है और विकलांगता का बढ़ावा मिलता है.
गांव की आबादी 1200 है. अशोक प्रसाद, अनिल प्रसाद, डॉ शिवशंकर गुप्ता, उत्तम प्रसाद व हरी शर्मा ने बताया कि यह रहस्यमय बीमारी पशुओं को भी हुई है. पशुओं में विकलांगता, पेट फूलना व अन्य बीमारियां होने लगी हैं. अशोक कुमार ओझा, भीम राय व सुदामा कुमार ने बताया कि बिजली, पानी व सड़क को लेकर काफी परेशानी ङोलनी पड़ती है. पेयजल के लिए सरकारी टंकी तो लगी था, लेकिन रख-रखाव के अभाव में वह भी बेकार पड़ी हुई है.
पंपिंग स्टेशन के ऑपरेटर कुंजन प्रसाद ने बताया कि मोटर जल जाने के कारण लोगों को टंकी से लाभ नहीं मिल पा रहा है. मोटर जलने की लिखित शिकायत पीएचइडी को दी गयी है, लेकिन अब तक इसे बनाने की कोई पहल नहीं हुई है.

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