मनरेगा : शिवसागर में 26 हजार मजदूर हुए बेरोजगार
मनरेगा : काम के बाद नहीं मिले पैसे, रोजी-रोटी की समस्या शिवसागर(रोहतास) : मनरेगा के तहत विगत एक वर्षो से कार्य बंद हे. इससे प्रखंड के 26 हजार जॉब कार्डधारियों के समक्ष भुखमरी की स्थित उत्पन्न हो गयी है. काम नहीं मिलने से हताश मजदूर दूसरी राज्यों में पलायन करना शुरू कर दिया है. जानकारी […]
मनरेगा : काम के बाद नहीं मिले पैसे, रोजी-रोटी की समस्या
शिवसागर(रोहतास) : मनरेगा के तहत विगत एक वर्षो से कार्य बंद हे. इससे प्रखंड के 26 हजार जॉब कार्डधारियों के समक्ष भुखमरी की स्थित उत्पन्न हो गयी है. काम नहीं मिलने से हताश मजदूर दूसरी राज्यों में पलायन करना शुरू कर दिया है. जानकारी के अनुसार, मनरेगा में जॉब कार्डधारियों को सौ दिन की काम देने का प्रावधान है. लेकिन, प्रखंड समेत जिले में यह प्रावधान सिर्फ हवा-हवाई साबित हो रहा है.
प्रखंड के किसी भी जांच कार्डधारी को सौ दिन का काम भी नहीं मिला. मजदूरों ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2013-14 में कराये गये कार्यो का अब तक भुगतान नहीं मिला है. ऐसी स्थिति में रोजी-रोटी की तलाश में वह पलायन करने को विवश हैं.
नाद पंचायत के जवाहिर बिंद कहते हैं कि मनरेगा कार्य बंद हो जाने से हम सभी गरीब परिवार के बच्चियों को शादी विवाह एवं अन्य कार्य करने में असमर्थ हो गये है. परिवार भुखमरी के कगार पर आ चुके हैं. करारी गांव के महेंद्र पासवान ने बताया कि काम नहीं मिलने से रोजी रोटी भी बंद होने के कगार पर है इसकी शिकायत पंचायत के मुखिया से किये है. सोनहर पंचायत के मुखिया अभय राय ने कहा कि वित्तीय वर्ष 2013-14 का कार्य कराने के बाद भी आजतक भुगतान नहीं किया गया. ऐसी स्थिति में जन प्रतिनिधि मनरेगा के कार्य से क्षुब्ध हैं. नाद पंचायत के मुखिया सुनीता कुमारी ने बताया कि काम बंद हो जाने से मजदूर अन्य राज्यों में पलायन करने को विवश हैं.
15से 20 जून के बीच नहर में पानी आ जाने से कार्य बिल्कुल ही बंद हो जायेगा. करूप पंचायत के मुखिया नरेंद्र सिंह ने कहा कि मनरेगा में काम नहीं मिलने से मजदूरों काफी चिंतित है.
मनरेगा का कुछ सिस्टम बदल चुका है. मनरेगा मजदूरों को बैंक अकाउंट खोलने, आधार कार्ड व जॉब कार्ड आदि कागजात को बनवाने का निर्देश दिया गया है. जल्द ही मजदूरों को काम मुहैया कराया जायेगा.
संजय सिन्हा
प्रखंड कार्यक्रम पदाधिकारी, मनरेगा