जाम, प्रदर्शन व तोड़फोड़

सासाराम (नगर) : पिछले 15 अगस्त को झंडोत्ताेलन को लेकर बड्डी गांव में दो पक्षों के बीच हुई मारपीट के दौरान एक दलित की हुई मौत व कई लोगों के घायल होने की घटना के विरोध में शनिवार माले के नेतृत्व में 14 संगठनों ने विरोध–प्रदर्शन किया. बड्डी जनसंहार मोरचे के बैनर तले हजारों की […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 8, 2013 3:59 AM

सासाराम (नगर) : पिछले 15 अगस्त को झंडोत्ताेलन को लेकर बड्डी गांव में दो पक्षों के बीच हुई मारपीट के दौरान एक दलित की हुई मौत कई लोगों के घायल होने की घटना के विरोध में शनिवार माले के नेतृत्व में 14 संगठनों ने विरोधप्रदर्शन किया. बड्डी जनसंहार मोरचे के बैनर तले हजारों की संख्या में जुटे समर्थकों ने रेलवे मैदान से रैली निकाली.

रैली पोस्ट ऑफिस चौराहा पर बने सभा स्थल पहुंची. वहां समर्थकों एवं नेताओं ने घटना का विरोध करते हुए आरोपितों को कठोर सजा एवं उनके हथियारों के लाइसेंस रद्द करने की मांग प्रशासन से की.

प्रदर्शन में शामिल समर्थकों की हरकत से आम लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ा. प्रदर्शन की आड़ में शामिल लोगों ने कई गाड़ियों के शीशे तोड़ डाले. इतना ही नहीं राहगीरों के साथ नोकझोंक हाथापाई भी की. इस अवसर पर पार्टी के नेताओं ने कहा कि सरकार एवं जिला प्रशासन प्रभावशाली व्यक्तियों के दबाव में कर आरोपितों को बचाने का काम कर रही है.

आज तक अधिकतर आरोपितों को पुलिस तो गिरफ्तार कर सकी है और ही प्रशासन उनके आर्म्स के लाइसेंस रद्द कर पाया है. विरोधप्रदर्शन में भाकपा (माले) के भोला शंकर, अयोध्या राम, शंकर सिंह, लोजपा के शंकर सिंह कुशवाहा, संत रैदास आश्रम प्रबंध समिति के अमन कुमार दास, संत रैदास महासभा के हीरा कुमार, रैदसीय धर्मसभा के जनार्दन राम, भाकपा के पारसनाथ सिंह, माकपा के अब्दुल सत्तार अंसारी, ऑल इंडिया पिपुल्स फ्रंट के रवि शंकर राम, राष्ट्रीय सामना दल के परमानंद सिंह कुशवाहा, शाोषद के जगदीश सिंह, रैदास चेतना मंच के भैया राम भारती के अलावा जनसंहार विरोधी मोरचा के सभी संगठनों के सदस्य शामिल थे.

प्रदर्शनकारियों का हंगामा

प्रदर्शन के दौरान समर्थकों ने जम कर बवाल किया. जाम में फंसे लोगों की जुबान से अक्सर यह निकलता रहा कि घटना का यह कैसा विरोध की लोग दहशत में रहे.

तो उन्हें पैदल चलने की अनुमति समर्थकों द्वारा दी जा रही थी और ही गाड़ियों को ले जाने लाने की.

सबसे अधिक परेशानी स्कूली बच्चों एवं एंबुलेंस में सवार मरीजों को ङोलनी पड़ी.समर्थकों ने एंबुलेंस को भी अपना निशाना बनाने का प्रयास किया. वहीं, कई गाड़ियों के शीशे भी फोड़ दिये. प्रदर्शन के दौरान समर्थकों के उत्पात से लोगों में दहशत दिखा.

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