बिजली की अनियमित आपूर्ति से बढ़ी परेशानी
सासाराम (ग्रामीण) : जिले के शहरी व देहाती क्षेत्रों में विगत एक माह से बिजली सप्लाइ चरमरा गयी है. ग्रामीण क्षेत्रों में महज 10 घंटे, जबकि सासाराम समेत शहर क्षेत्रों में 18 घंटे बिजली आपूर्ति हो रही है. इससे इस गरमी में उपभोक्ता काफी परेशान हैं. बिजली विभाग के आंकड़े के मुताबिक, सासाराम ग्रिड के […]
सासाराम (ग्रामीण) : जिले के शहरी व देहाती क्षेत्रों में विगत एक माह से बिजली सप्लाइ चरमरा गयी है. ग्रामीण क्षेत्रों में महज 10 घंटे, जबकि सासाराम समेत शहर क्षेत्रों में 18 घंटे बिजली आपूर्ति हो रही है. इससे इस गरमी में उपभोक्ता काफी परेशान हैं.
बिजली विभाग के आंकड़े के मुताबिक, सासाराम ग्रिड के ट्रांसफॉर्मर में खराबी आने के कारण छह घंटे से लेकर 10 घंटे तक बिजली कटौती की जा रही है. लोड शेडिंग की जाती है.
क्योंकि, शहरी व देहाती क्षेत्रों में एक साथ बिजली सप्लाइ करने पर ट्रांसफॉर्मर के जलने का खतरा रहता है. वैसे शहरी क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति अधिक होती है, जबकि ग्रामीण क्षेत्रों में कटौती अधिक होती है. कई जगहों पर शहरी क्षेत्रों के लिए अलग फीडर हैं. बावजूद बिजली सप्लाइ में सुधार नहीं हो रहा है.
जलापूर्ति व खेती करने में होती है परेशानी : अगर बिजली आपूर्ति निर्धारित अवधि में नहीं होती है, तो सैकड़ों घरों की मोटर नहीं चल पाता है. घरों में जलापूर्ति के लिए बिजली आने का इंतजार करना पड़ता है. इस गरमी में कूलर, पंखे, एसी व फ्रिज आदि नहीं चल पाते हैं. ग्रामीण इलाकों के 20 प्रतिशत कृषि कार्य बिजली पर आधारित है. अनियमित बिजली कटौती से खेतों का पटवन आदि कार्य नहीं हो पता है.
सासाराम शहर के राजेश, रवि, मनोज व जितेंद्र आदि लोगों ने बताया कि बिजली आने-जाने का कोई समय नहीं है. बिजली कटने पर इस गरमी में घरों में रहना मुश्किल हो जाता है. खेती प्रभावित हो रही है. बच्चों की पढ़ाई-लिखाई प्रभावित हो रही है. उद्योग-धंधों को नुकसान पहुंच रहा है. कारोबार प्रभावित हो रहा है.
दो बिजली डिवीजन में बंटा है रोहतास: रोहतास जिले को बिजली विभाग ने सासाराम व डेहरी दो डिवीजन में बांटा है. सासाराम डिवीजन में नोखा, कोचस, बिक्रमगंज व सासाराम, जबकि डेहरी डिवीजन में डेहरी, नासरीगंज, राजपुर, तिलौथू, रोहतास को शामिल किया गया है.