बाजार में नहीं है सार्वजनिक शौचालय की व्यवस्था, महिलाओं को अधिक परेशानी
सासाराम (ग्रामीण): जिले में थोक सामान के लिए मशहूर सासाराम बाजार में सार्वजनिक शौचालय नहीं होने से बाजार आनेवाले लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. यहां हजारों लोग हर दिन खरीदारी के आते हैं. खासकर महिलाओं को अधिक परेशानियों का सामना करना पड़ता है. शहर के मुख्य मार्गो पर नगर पर्षद द्वारा […]
सासाराम (ग्रामीण): जिले में थोक सामान के लिए मशहूर सासाराम बाजार में सार्वजनिक शौचालय नहीं होने से बाजार आनेवाले लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. यहां हजारों लोग हर दिन खरीदारी के आते हैं. खासकर महिलाओं को अधिक परेशानियों का सामना करना पड़ता है. शहर के मुख्य मार्गो पर नगर पर्षद द्वारा 40 यूनिट शौचालय बनवाया जाना था. इनमें 19 यूनिट शौचालय (प्लास्टिक नुमा घर) बनाया गया. लेकिन, इन सभी में या तो ताले लगे हुए हैं या कचरा भरा है. ये सभी शौचालय मुख्य सड़कों पर हैं, बाजार में नहीं.
कहां-कहां है बाजार: मुख्य सड़क से दूर नवरतन बाजार, गांधी पथ मीना बाजार, गोला बाजार व गौरक्षणी में बिग बाजार काफी मशहूर है. यहां प्रतिदिन हजारों लोग खरीदारी के लिए आते हैं. लेकिन, इन बाजारों में एक भी शौचालय नहीं है. आवश्यकता महसूस होने पर लोगों को दो किलोमीटर दूर शौचालय जाना पड़ता है.
क्या है नप की योजना: प्लास्टिक नुमा घर में 40 यूनिट शौचालय बनाना है. इनमें महज 19 यूनिट बना है. 21 यूनिट शौचालय अधूरे हैं.
स्वच्छता अभियान पर लगा ग्रहण: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा स्वच्छता अभियान चलाये जा रहे है.स्वच्छ शहर बनाने की योजना पर ग्रहण लगा है.
कई सार्वजनिक स्थल कूड़े व गंदगी का पर्याय बना है. लेकिन विभाग इस दिशा में खामोश है.जिससे स्वच्छता अभियान पर ग्रहण लगने लगा है. लोग सड़क किनारे शौच करने को मजबूर है.
अंदर बाजार में भी बनेंगे शौचालय
शौचालय निर्माण का कार्य प्रगति पर है. अंदर के बाजारों में भी शौचालय बनवाये जायेंगे. शहर को स्वच्छ बनाने के लिए प्रयास जारी है. जो शौचालयों बनाये गये उसकी साफ-सफाई की जायेगी.
राजीव रंजन प्रकाश,
कार्यपालक पदाधिकारी, नगर परिषद सासाराम