जिले में स्वास्थ्य व्यवस्था ठप
सासाराम (ग्रामीण): स्वास्थ्य कर्मचारियों के हड़ताल पर चले जाने से सदर अस्पताल समेत सभी प्रखंडों के पीएचसी व अतिरिक्त स्वास्थ्य केंद्रों में चिकित्सीय व्यवस्था पूरी तरह ठप हो गयी है. इससे मरीजों की भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. हड़ताल के पहले दिन गुरुवार को सदर अस्पताल में एक भी नये मरीज का […]
सासाराम (ग्रामीण): स्वास्थ्य कर्मचारियों के हड़ताल पर चले जाने से सदर अस्पताल समेत सभी प्रखंडों के पीएचसी व अतिरिक्त स्वास्थ्य केंद्रों में चिकित्सीय व्यवस्था पूरी तरह ठप हो गयी है. इससे मरीजों की भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. हड़ताल के पहले दिन गुरुवार को सदर अस्पताल में एक भी नये मरीज का पंजीकरण नहीं हो सका. डॉक्टर ओपीडी में बैठ कर मरीजों के इंतजार करते रहे. समाचार लिखे जाने तक इस स्थिति से निबटने के लिए कोई वैकल्पिक व्यवस्था भी नहीं की गयी थी.
कर्मचारियों की मांगें
सेवा स्थायी किये जाने, मानदेय में सौ प्रतिशत की बढ़ोतरी, सेवा अवधि 60 वर्ष, सेवा से बरखास्त से पूर्व प्रशासनिक जांच कराने, अंतिम निर्णय डीएम की अनुशंसा के बाद राज्य स्वास्थ्य समिति के पास नियमित पदाधिकारियों के तरह अजिर्त अवकाश, मेडिकल बीमा, दुर्घटना बीमा, ग्रुप बीमा, आवास व परिवहन भत्ता दिये जाने की मांगें शामिल हैं. साथ ही मृत्यु होने पर परिजनों को 20 लाख रुपये की सरकारी सहायता, एक व्यक्ति को नौकरी दिये जाने, आशा, ममता की सेवा स्थायी किये जाने, पोलियो व अन्य टीकाकरण करनेवाले कर्मचारियों की सहायता राशि में बढ़ोतरी करते हुए मानदेय देने, आउट सोर्स डाटा ऑपरेटर व संजीवनी डाटा ऑपरेटर को जिला स्वास्थ्य समिति में समायोजित करना शामिल है. वहीं, डेहरी में भी ठेके पर बहाल स्वास्थ्य कर्मचारियों ने काम-काज ठप रखा.
पहले से नहीं मिली थी सूचना
हड़ताल की पहले से लिखित सूचना नहीं मिली थी. इसके कारण थोड़ी परेशानी हुई. शाम तक सब ठीक हो जायेगा. मरीजों के इलाज पर कोई असर नहीं पड़ेगा.
डॉ रामाशंकर तिवारी
सिविल सजर्न, रोहतास
मांगें माने जाने तक जारी रहेगी हड़ताल
हड़ताली कर्मचारियों को संबोधित करते हुए संविदा कर्मचारी संघ के अध्यक्ष ज्ञानेंद्र कुमार ने कहा कि राज्य सरकार जब तक मांगे नहीं मानती, तब तक आंदोलन जारी रहेगा. वहीं, संयोजक सह डीपीएम सुनील जायसवाल ने कहा कि सरकार कर्मचारियों के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है. सभा को सचिव नंद जी सिंह, कौशलेंद्र शर्मा, अनिल कुमार, राणा राजेश, रितुराज, शाहिद एहसान, मधुकर व आदित्य आदि ने संबोधित किया.