कूड़ाघर बना रेलवे मैदान
सासाराम (ग्रामीण): रेलवे व प्रशासनिक उपेक्षा का दंश ङोल रहा सासाराम का रेलवे मैदान सह स्टेडियम आज भी उपेक्षित है, जिससे बीते एक दशक में वह अपनी पहचान खो बैठा. जिले में मशहूर रहा स्टेडियम आज अपने जीर्णोद्धार की बाट जोह रहा है, लेकिन किसी ने इसकी सुध तक नहीं ली. आज स्टेडियम में मुरगों […]
सासाराम (ग्रामीण): रेलवे व प्रशासनिक उपेक्षा का दंश ङोल रहा सासाराम का रेलवे मैदान सह स्टेडियम आज भी उपेक्षित है, जिससे बीते एक दशक में वह अपनी पहचान खो बैठा. जिले में मशहूर रहा स्टेडियम आज अपने जीर्णोद्धार की बाट जोह रहा है, लेकिन किसी ने इसकी सुध तक नहीं ली. आज स्टेडियम में मुरगों के पंख व कचरा गिराया जायेगा. वर्तमान परिवेश में रेलवे स्टेडियम में कचरे के कारण कोई भी कार्यक्रम आयोजित नहीं किया जा रहा है. कुछ दिन पहले अनापत्ति प्रमाणपत्र लेकर व उचित राशि जमा कर मैदान का उपयोग किया जा रहा था, जो आज नहीं है.
राजस्व का हो रहा नुकसान: रेलवे द्वारा कार्यक्रमों के लिए रुपये जमा करा कर मैदान जरूरतमंद लोगों को किराये पर दिया जाता था. जिससे राजस्व मिलता था. लेकिन आज मैदान कचरा घर बना हुआ है, जिससे नुकसान उठान पड़ रहा है.
स्टेडियम में बने गड्ढे : रख-रखाव के अभाव में रेलवे स्टेडियम में बड़े-बड़े गड्ढे बन गये हैं, जिसमें आज पानी जमा रहता है. यदा-कदा किसी कार्यक्रम से पहले आयोजक उन गड्ढों को मिट्टी डाल कर भरवाते हैं. मैदान की सफाई करवाते हैं.
पूर्व में हुए हैं कई भव्य कार्यक्रम: देश की राजनीतिक हस्तियां जैसे सोनिया गांधी, मायावती, कांशीराम, लालू प्रसाद व नीतीश कुमार आदि इस रेलवे मैदान का इस्तेमाल सभास्थल के रूप में कर चुके हैं. भोजपुरी फिल्म स्टार मनोज तिवारी (वर्तमान में सांसद) व गुड्डू रंगीला आदि के कार्यक्रम हो चुके हैं. कई बार बड़ी-बड़ी कंपनियों के सर्कस भी लग चुके हैं. यह स्टेडियम खेलकूद की कई प्रतियोगिताओं के आयोजन का गवाह बन चुका है. ?
बेपरवाह रहे जनप्रतिनिधि : रेलवे मैदानकी दुर्दशा के लिए जनप्रतिनिधि भी कम जिम्मेवार नहीं है. आजतक किसी ने इस धरोहर को बचाने के लिए सार्थक प्रयास नहीं किया गया, जबकि जनप्रतिनिधि इस समस्या से वाकिफ रहे. बावजूद कार्रवाई नहीं हुई. पिछले दिनों केंद्रीय रेल राज्य मंत्री मनोज सिन्हा भी सासाराम आये. लेकिन, उन्होंने ने भी रेलवे मैदान को लेकर कोई घोषणाएं नहीं की.
अनुपयोगी बना मैदान
कुछ दिन पहले तक रेलवे मैदान कई उपयोग में आता था. इसमें शादी समारोह समेत कई राजनीतिक व सामाजिक आयोजन होता रहा है, लेकिन आज देखरेख के अभाव में मैदान अनुपयोगी बना हुआ है. इसकी बदहाली का सवाल हमसे नहीं, उनसे पूछिए, जिन्होंने सासाराम शहर को ठगा है.
रेहाना खातून, गांधी पथ, सासाराम
जीर्णोद्धार की दिशा में होगी पहल
सासाराम रेलवे मैदान की स्थिति देखी जायेगी. कार्य योजना बना कर उसके जीर्णोद्धार की दिशा में पहल की जायेगी. इसकी बदहाली के जिम्मेवार लोगों के खिलाफ जांच करा कर कार्रवाई की जायेगी.
विद्याभूषण, डीआरएम, मुगलसराय रेल मंडल