तीन दिनों से टेलीफोन व इंटरनेट सेवा बाधित, कार्यालयों का काम ठप
डेहरी ऑन सोन(सदर): शहर स्थित फोर लेन के नीचे जक्खी बिगहा के पास चोरों ने बुधवार की रात केबुल काट लेने से न्यू डिलिया, कोल डिपो, वेस्पा गली व बीएमपी एरिया सहित एसपी व डीआइजी कार्यालय में दर्जनों टेलीफोन व इंटरनेट सेवा बाधित है. वहीं, ट्रेजरी कार्यालय में केबुल कटने के वजह से फाइलों का […]
डेहरी ऑन सोन(सदर): शहर स्थित फोर लेन के नीचे जक्खी बिगहा के पास चोरों ने बुधवार की रात केबुल काट लेने से न्यू डिलिया, कोल डिपो, वेस्पा गली व बीएमपी एरिया सहित एसपी व डीआइजी कार्यालय में दर्जनों टेलीफोन व इंटरनेट सेवा बाधित है. वहीं, ट्रेजरी कार्यालय में केबुल कटने के वजह से फाइलों का अंबार लगा है. फोरलेन पुल के पास बार -बार टेलीफोन केबल के कटने से बीएसएनएल (भारत संचार निगम लिमिटेड) के अधिकारी भी आजिज आ गये. केबुल कटे तीन दिन बीत गये, लेकिन अब तक इसे जोड़ा नहीं गया है. इससे लोगों को भारी परेशानी हो रही है.
बीएसएनएल की लापरवाही का नतीजा : उपभोक्ता न्यू डिलिया निवासी आलोक कुमार, कोल डिपो के सुदर्शन सिंह, राहुल कुमार, लाला मुहल्ले के उपेंद्र शर्मा ने बताया कि जक्खी बिगहा के फोर लेन पुल के नीचे आये दिन केबुल कट ली जाती है. इसमें विभाग की लापरवाही साफ दिखायी पड़ रही है. केबुल कटने की वजह से बीएसएनएल उपभोक्ता लैंड लाइन फायदा नहीं उठा पाते हैं. इंटरनेट की सेवा का लाभ नहीं मिल पाता है. इससे उपभोक्ताओं के रुपये बेकार चले जाते हैं.
कहां-कहां ठप है टेलीफोन व इंटरनेट सेवा
बुधवार की रात चोरों द्वारा फोरलेन के नीचे केबुल काटने से न्यू डिलिया, कोल डिपो, वेस्पा गली (लाला मुहल्ला), भेड़िया पंजाब नेशनल बैंक, सेंट्रल बैंक, ट्रेजरी कार्यालय, एसपी कार्यालय, डीआइजी कार्यालय, बीएमपी क्षेत्रों में लैंड लाइन व इंटरनेट सेवा बाधित है.
शिकायत का नहीं मिलता फायदा
पुल के पास बार-बार चोर केबुल काट लेते हैं. ऐसे विभाग द्वारा अज्ञात लोगों के खिलाफ शिकायत की जाती है. लेकिन, कोई फायदा नहीं हो रहा है. कटे केबुल जोड़ने में अभी तीन-चार दिन लगेंगे. केबल जोड़ने से पहले कंक्रीट से ढलाई करना पड़ेगा.
राजीव रंजन, जिला दूर संचार पदाधिकारी
फाइलों का लगा है अंबार
लिंक फेल होने से फाइलों का अंबार लगा हुआ है. फाइलों का निष्पादन समय नहीं हो पा रहा है. लिंक फेल व केबल कटने की समस्या से आये दिन ऐसी परेशानी हो रही है.
महंत स्वरूप, ट्रेजरी अधिकारी