साथ ही, आरक्षित व अनारक्षित सभी सीटों को जीतने की रणनीति पर मंथन किया गया. इसके अलावा सरकार के उस निर्णय का भी विरोध करने का संकल्प लिया गया, जिसमें जिसके घर में शौचालय नहीं होगा, वह चुनाव में उम्मीदवार नहीं बन सकता, की बात कही गयी है.
वक्ताओं ने कहा कि राजनीतिक पहचान स्थापित करने के लिए पंचायतों में खाद्य सुरक्षा योजना को बेहतर करना होगा. जनवितरण प्रणाली, आंगनबाड़ी केंद्र, मध्याह्न् भोजन, अंत्योदय अन्न योजना व वृद्धा पेंशन सहित अन्य योजनाओं के क्रियान्वयन में महिलाओं की सहभागिता होनी चाहिए. कार्यक्रम में सविता डे, विनोद, मिथिलेश, अपराजिता संगठन की अध्यक्ष चंद्रमा देवी व सचिव प्रभावती देवी के अलावा कई महिलाएं उपस्थित थीं.