गौरतलब है कि इससे पहले भी शहर में इस तरह की कई घटनाएं हो चुकी हैं, लेकिन पुलिस अपराधियों को पकड़ने में नाकाम रही है. फरवरी 2015 से अबतक लूट की 12 घटनाएं हो चुकी हैं. फरवरी में पंजाब के व्यापारी को गोली मार कर नौ लाख रुपये मूल्य की चांदी लूट ली गयी थी.
इस घटना घटना में शामिल अपराधियों का आज तक पुलिस पता नहीं लगा पायी है. शिवसागर के पास बस से उतार को अपराधियों ने गया के छड़ व्यवसायी को गोली मार कर 22 लाख रुपये लूट लिये थे. उसमें भी अभी तक किसी तरह की बरामदगी नहीं हुई है. ताराचंडी में दवा लदे ट्रक गायब कर दिये गये, जिसका अब तक पता नहीं चल सका है. इसी तरह अभी हाल ही में सासाराम में मैग्मा फाइनेंस कंपनी से 49 लाख रुपये लूट लिये गये. इसका भी कोई सुराग नहीं मिल पाया है. उधर, नोखा के बराव से 15 हजार रुपये की लूट, बराव में ही किराना व्यवसायी को गोली मार कर हजारों की लूट, सासाराम में सेंट्रल बैंक के पास 31 मार्च को बिजली विभाग के कर्मचारी से साढ़े सात लाख रुपये की लूट, बिक्रमगंज चौराहे पर बैंक से रुपये ले जा रहे शिक्षक से डेढ़ लाख रुपये की लूट, कोचस से हथियार के बल पर स्कॉर्पियो की लूट समेत अन्य घटनाएं शामिल हैं. इन सभी घटनाओं का पुलिस आज तक खुलासा नहीं कर सकी है.