करोड़ों के चावल बन रहे कीड़ों के निवाले
सासाराम (कार्यालय): बिहार राज्य खाद्य निगम द्वारा पूर्व में खरीदे गये करोड़ों रुपये के धान व उससे निकले चावल (सीएमआर) अब कीड़े का निवाला बन रहे हैं. लेकिन, धान व चावल के रख-रखाव को लेकर निगम गंभीर नहीं है. गौरतलब है कि वर्ष 2010-11 में राज्य सरकार के आदेश पर जिले के बिक्रमगंज में राज्य […]
सासाराम (कार्यालय): बिहार राज्य खाद्य निगम द्वारा पूर्व में खरीदे गये करोड़ों रुपये के धान व उससे निकले चावल (सीएमआर) अब कीड़े का निवाला बन रहे हैं. लेकिन, धान व चावल के रख-रखाव को लेकर निगम गंभीर नहीं है.
गौरतलब है कि वर्ष 2010-11 में राज्य सरकार के आदेश पर जिले के बिक्रमगंज में राज्य खाद्य निगम के क्रय केंद्रों पर सरकारी समर्थन मूल्य पर किसानों से धान खरीदा गया था, जिसका राइस मिलों द्वारा चावल तैयार करवाया गया था. लेकिन, राज्य खाद्य निगम द्वारा अब तक उक्त चावल को भारतीय खाद्य निगम को जमा नहीं कराया गया. परिणामस्वरूप, जिला प्रशासन के उदासीन रवैया के कारण पांच वर्षो से करोड़ों रुपये का चावल (20 हजार क्विंटल) बिक्रमगंज व काराकाट के राज्य खाद्य निगम के गोदामों में कीड़े का निवाला बन रहा है.
सूत्रों की मानें, तो बीते वर्ष प्रशासन द्वारा इस चावल को नीलामी के लिए अधिकारियों की कमेटी गठित की गयी थी. लेकिन, अब तक इस पर ठोस पहल नहीं हुई. राज्य खाद्य निगम के जिला प्रबंधक धर्मेद्र कुमार स्थानांतरण हो चुका है, तो गोदाम प्रबंधक कामेश्वर प्रसाद सिंह अवकाश प्राप्त कर लिया है. चौंकाने वाली बात यह है कि गोदाम प्रबंधक कामेश्वर प्रसाद सिंह के अवकाश के बा लगभग एक वर्ष तक किसी अधिकारी ने गोदाम में रखे करोड़ों रुपये के चावल का प्रभार नहीं लिया है, जो अपने आप में एक प्रश्न खड़ा कर रहा है. नाम नहीं छापने का शर्त पर एक अधिकारी ने बताया कि बिक्रमगंज व काराकाट स्थित राज्य खाद्य निगम के गोदाम में रखे करोड़ों रुपये के चावल अब सिर्फ कागजी रह गये हैं. अभी भी कुछ लोग अधिकारियों से मिलीभगत कर उक्त चावल की हेरा-फेरी करने की फिराक में लगे हैं. शायद इसी लिए अधिकारी भी कोई कार्रवाई नहीं करते ऐसा भी नहीं है कि अधिकारियों को मालूम नहीं सब कुछ जानबूझ कर अनजान बने रहते हैं.
नहीं मिला है गोदाम का प्रभार
बिक्रमगंज व काराकाट के गोदाम में रखे हुए है, जिसका प्रभार अब तक अवकाश प्राप्त गोदाम प्रबंधक कामेश्वर प्रसाद सिंह ने नहीं दिया है. यह मामला बिहार राज्य खाद्य निगम का है. चावल खराब हो रहा है. इसकी जानकारी विभाग को उपलब्ध करा दी गयी है. विभाग ही कार्रवाई करेगा.
राजेश कुमार
अनुमंडल पदाधिकारी, बिक्रमगंज