इसका उद्घाटन वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय के हिंदी विभाग के पूर्व विभागाध्यक्ष प्रो डॉ नंदकिशोर तिवारी ने दीप प्रज्वलित कर किया. कार्यशाला में शिक्षकों को देश की संस्कृति, इतिहास, ऐतिहासिक स्थलों व प्राकृतिक विरासतों के बारे में जानकारी दी गयी.
इस दौरान डॉ तिवारी ने कहा कि बिना संस्कृति को जाने शिक्षकों का ज्ञान अधूरा है. अपनी संस्कृति के बारे में जानकारी बहुत जरूरी है, तभी समाज के सुदृढ़ बनाया जा सकता है. स्कूल के प्राचार्य डॉ अंबरिश तिवारी ने कहा कि अपनी विरासतों से परिचित होना जरूरी है, ताकि अगली पीढ़ी को हस्तांतरित कर सके. प्रशिक्षण के बाद शिक्षकों को दिल्ली हैदराबाद उदयपुर के लिए भेजा जायेगा.