भभुआ (सदर): उत्क्रमित मध्य विद्यालय, सेयरुआ में हेडमास्टर व अभिभावकों के बीच का विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. इस विवाद की वजह से स्कूल की पढ़ाई भी बाधित हो रही है और बच्चे इसका शिकार बन रहे हैं. गुरुवार को इस विवाद को लेकर हेडमास्टर समर्थित लोग व अभिभावक के साथ छात्र समाहरणालय पहुंचे व इस मामले में डीएम से हस्तक्षेप की मांग की.
हेडमास्टर के समर्थन में आये लोगों ने कहा कि गांव के ही कुछ असामाजिक तत्वों ने पहले हेडमास्टर प्रह्वाद सिंह के साथ मारपीट की, उसके बाद उन्हें झूठे केस में फंसा दिया. वहीं दूसरे पक्ष के लोगों का कहना था कि हेडमास्टर अक्सर छात्रों के साथ भेदभाव करते हैं. भेदभाव के साथ कई छात्रों को मध्याह्न् भोजन भी बाद में खिलाया जाता है. पूरे मामले को सुनने के बाद जिलाधिकारी प्रभाकर झा ने आश्वासन देते हुए इस मामले को वरीय पदाधिकारियों की संयुक्त टीम से जांच कराने को कहा.
क्या है मामला
गौरतलब है कि रामगढ़ प्रखंड के मवि, सेयरुआ में 21 जुलाई को गांव के हीं कुछ असामाजिक तत्वों ने स्कूल परिसर में घुस कर प्रार्थना के दौरान हेडमास्टर प्रह्वाद सिंह के साथ मारपीट करते हुए उन्हें स्कूल के एक कमरे में बंद कर दिया. वरीय पदाधिकारियों के पहुंचने के बाद एचएम को कमरे से बाहर निकाला गया. उस दौरान मौके पर पहुंचे बीइओ महेंद्र नाथ व बीडीओ मोहम्मद असलम ने घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए गांव के असामाजिक तत्वों द्वारा अराजकता फैलाने की बात कह इसकी शिकायत वरीय पदाधिकारियों से करने को कहा था.
घटना के विरोध में अब नियोजित शिक्षक महासंघ भी कूद पड़ा है. नियोजित शिक्षक महासंघ ने हेडमास्टर प्रह्वाद यादव को बेवजह फंसाने की बात कही है. गुरुवार को नियोजित शिक्षक महासंघ के आह्वान पर आपातकालीन बैठक का आयोजन किया गया. इसमें एचएम के साथ हुई घटना की निंदा की गयी. बैठक के दौरान शिक्षकों ने कहा कि हेडमास्टर पर कुछ अति जातिवादी मानसिकता के लोगों ने भभुआ एससीएसटी थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी है. इससे पूरे जिले के नियोजित शिक्षक मर्माहत व व्यथित हैं.