आनन-फानन में दी गलत रिपोर्ट

सासाराम (नगर) : लगभग सात साल पहले नोखा में तथ्य छुपा कर एक आवासीय भूमि का निबंधन कराने के मामले में संबंधित अंचल का भूमिका भी संदेह के घेरे में है. जब जब आला अधिकारी का आदेश हुआ है अंचल अधिकारी ने निबंधित भूमि की रिपोर्ट सौंपी. लेकिन, आवेदक सह शिकायतकर्ता विश्व मोहन प्रसाद के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 16, 2013 1:36 PM

सासाराम (नगर) : लगभग सात साल पहले नोखा में तथ्य छुपा कर एक आवासीय भूमि का निबंधन कराने के मामले में संबंधित अंचल का भूमिका भी संदेह के घेरे में है. जब जब आला अधिकारी का आदेश हुआ है अंचल अधिकारी ने निबंधित भूमि की रिपोर्ट सौंपी.

लेकिन, आवेदक सह शिकायतकर्ता विश्व मोहन प्रसाद के दृढ़ इच्छा शक्ति के आगे अधिकारी की रिपोर्ट की हकीकत सामने आ गयी. इसके बाद आला अधिकारी को दोषी लोगों पर कार्रवाई करने का आदेश देना पड़ा.

डीएम के आदेश पर जन शिकायत कोषांग के प्रभारी पदाधिकारी ने 14 अप्रैल, 2013 को निबंधन विभाग के अधिकारी को पत्र भेज तथ्य छुपा कर भूमि का निबंधन कराने के एवज में संबद्ध लोगों से भारतीय मुद्रांक अधिनियम 1899 की धारा 47 ए (1) के तहत 305800 रुपये की वसूली का आदेश दिया है.

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