सौंदर्यीकरण से अछूता

देखरेख के लिए तैनात किये गये प्रहरी को नहीं मिलता मानदेय डेहरी ऑन सोन(सदर) : शहर के चौक-चौराहे रख-रखाव के कमी की वजह से धीरे-धीरे वजूद खो रहा है. चौक-चौराहों पर जन सहयोग से 2001 में तत्कालीन एसडीओ हरिनारायण राम ने सौंदर्यीकरण कर महापुरुषों की प्रतिमा की स्थापना की थी. सुरक्षा के लिए उन्होंने प्रहरी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 26, 2015 7:25 AM
देखरेख के लिए तैनात किये गये प्रहरी को नहीं मिलता मानदेय
डेहरी ऑन सोन(सदर) : शहर के चौक-चौराहे रख-रखाव के कमी की वजह से धीरे-धीरे वजूद खो रहा है. चौक-चौराहों पर जन सहयोग से 2001 में तत्कालीन एसडीओ हरिनारायण राम ने सौंदर्यीकरण कर महापुरुषों की प्रतिमा की स्थापना की थी. सुरक्षा के लिए उन्होंने प्रहरी की भी नियुक्ति किया था, ताकि महापुरुषों की प्रतिमा व परिसर को असामाजिक तत्वों व बैनर पोस्टर से मुक्त रखा जाये.
लेकिन, आलम यह है कि इन महापुरुषों प्रतिमा की सुरक्षा तो दूर, उस परिसर की चहारदीवारी भी क्षतिग्रस्त हो गयी है. कहीं-कहीं तो अतिक्रमण की भेंट भी चढ़ गयी. चौकों पर लगायी गयी लाइट के नाम पर अब केवल पोल बच गया है, जो चौक की शोभा बढ़ा रहा है. मानदेय नहीं मिलने के कारण कुछ सुरक्षा प्रहरी ने भी काम छोड़ दिया है. इन महापुरुषों को केवल 26 जनवरी, 15 अगस्त व उनकी जयंती, पुण्यतिथि व विशेष कार्यक्रम पर याद किया जाता है. शहर के चौक-चौरहों पर सौंदर्यीकरण व रख-रखाव पर न तो स्थानीय प्रशासन का ध्यान है और न ही नगर पर्षद का.
रंग-रोगन व लाइट से अछूता : शहर के चौक-चौरहों पर लगायी गयी महापुरुषों की प्रतिमा स्थल रंग-रोगन से अछूता है. स्थल के पास लगायी गयी लाइट केवल शोभा की वस्तु बनी है. स्थिति यह है बिजली का कनेक्शन भी नहीं है. बस खूंटे की तरह खड़ा पोल है.

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