नैक के मानकों को पूरा नहीं करते जिले के कॉलेज

सासाराम (रोहतास) : यूनिवर्सिटी ग्रांट कमीशन द्वारा गठित नेशनल एफ्रीडिटेशन अससमेंट कमेटी के मानकों को जिले के अंगीभूत कॉलेज पूरे नहीं करते हैं. इसके करण इन कॉलेजों को यूनिवर्सिटी ग्रांट कमीशन द्वारा मिलने वाला अनुदान रुक सकता है. जिले में वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय संबंधित सात कॉलेज हैं. पर, इनमें कोई भी कॉलेज नैक के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 24, 2015 8:08 AM

सासाराम (रोहतास) : यूनिवर्सिटी ग्रांट कमीशन द्वारा गठित नेशनल एफ्रीडिटेशन अससमेंट कमेटी के मानकों को जिले के अंगीभूत कॉलेज पूरे नहीं करते हैं. इसके करण इन कॉलेजों को यूनिवर्सिटी ग्रांट कमीशन द्वारा मिलने वाला अनुदान रुक सकता है. जिले में वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय संबंधित सात कॉलेज हैं.

पर, इनमें कोई भी कॉलेज नैक के मानकों पर पूरा नहीं करता. यूनिवर्सिटी ग्रांट कमीशन द्वारा गठित कमेटी अंगीभूत कॉलेजों में संसाधन, शिक्षकों की संख्या, भवन, प्रयोगशाला, छात्रावास, खेल मैदान, शौचालय व छात्रों की संख्या की जांच करती है. उसके अधार पर कॉलेजों को एबीसी ग्रेड दिया जाता है. इसके अनुसार, यूपीसी द्वारा कॉलेज को अनुदान की राशि दी जाती है. पर, जिले के कॉलेजों में साधन की कमी के कारण कोई भी कॉलेज नैक के मानकों को पूरा नहीं करता है.

जिले के कॉलेजों में शिक्षकों की घोर कमी है, तो किसी विद्यालय में खेल मैदान नहीं है. वहीं, कहीं भवन का अभाव है. शेरशाह कॉलेज के प्रभारी प्राचार्य प्रोफेसर त्रियोगी सिंह ने बताया कि कमेटी कॉलेजों की क्वालिटी का सर्वेक्षण करने के बाद अनुदान देती है. उन्होंने बताया कि हमारे कॉलेज मानक को पूरा करने की प्रक्रिया में है. रिपोर्ट यूजीसी को भेजा दी गयी है.

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