नेशनल हाइवे का किनारा बना डंपिंग स्थल
सासाराम/डेहरी ऑन सोन : किसी भी शहर के प्रवेश द्वार पर वहां की प्रमुख संस्थाएं बोर्ड लगा कर लिखती है कि आपकी यात्रा मंगलमय व सुखद हो. लेकिन, इसके ठीक उलट डेहरी नगर पर्षद ने औरंगाबाद जिले से आने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग के किनारे शहर के कूड़े-कचरे का ढेर लगा रखा है. इससे नगर पर्षद […]
सासाराम/डेहरी ऑन सोन : किसी भी शहर के प्रवेश द्वार पर वहां की प्रमुख संस्थाएं बोर्ड लगा कर लिखती है कि आपकी यात्रा मंगलमय व सुखद हो. लेकिन, इसके ठीक उलट डेहरी नगर पर्षद ने औरंगाबाद जिले से आने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग के किनारे शहर के कूड़े-कचरे का ढेर लगा रखा है.
इससे नगर पर्षद की कार्यशैली पर ही प्रश्न चिह्न लग रहा है. ऐसा नहीं है कि नगर पर्षद के पास कचरा प्रबंधन के लिए रुपये का अभाव है या फिर जमीन की कमी है. बावजूद लापरवाही ऐसी की आगंतुकों की नजर में समूचा शहर शर्मसार हो जाये. कचरा से निकल रही बदबू के कारण राजमार्ग से गुजर रहे लोग व आसपास के निवासियों में बीमारी फैलने की आशंका भी प्रबल है.
नगर पर्षद ने कूड़ा कचरा प्रबंधन के लिए शहर से दूर शंकरपुर गांव के पास जमीन ले रखी है. लेकिन, वहां तक कचरा नहीं जाता है. ठोस अपशिष्ट प्रबंधन के लिए राजपुर में भी व्यवस्था की बात नप अधिकारी कहते हैं. बावजूद शहर का कूड़ा शहर के खाली पड़ी जमीन पर ही फेंक दिया जाता है.
नगर पर्षद के सूत्र कारण बताते हैं कि शहर का कूड़ा जब से एनपीओ ने यहां फेंकना शुरू किया था, तब से दूसरी परिपाटी बनी हुई है. शहर के बाहर कूड़ा प्रबंधन कार्य में खर्च की अधिकता न हो इसके लिए भी नगर पर्षद पुराने ढर्रे पर ही काम कर रहा है.