– मामला बीपी सिंह कॉलेज, सेमरी (बिक्रमगंज) व लालू प्रसाद यादव कॉलेज, अकोढ़ीगोला का
– अब तक नहीं सौंपी गयी उत्तीर्ण छात्रों की सूची
सासाराम (नगर) : तय तिथि तक जिले की दो कॉलेजों बीपी सिंह कॉलेज, सेमरी (बिक्रमगंज) व लालू प्रसाद यादव कॉलेज, अकोढ़ीगोला की जरूरी सूचनाएं उपलब्ध नहीं करायी गयी हैं. इसके कारण दोनों कॉलेजों के छात्रों के पास होने के आधार पर मिलने वाले वित्तीय अनुदान से वंचित रहना पड़ सकता है.
कॉलेज प्रबंधन की लापरवाही का खामियाजा इन कॉलेजों में कार्यरत कर्मचारियों को भुगतने पड़ सकते हैं. बहरहाल नामांकन व रजिस्ट्रेशन शुल्क से प्राप्त मिले मानदेय से कर्मियों को इस बार भी संतोष करना पड़ेगा. कॉलेज प्रबंधन के कार्यप्रणाली से क्षुब्ध कर्मियों ने प्राचार्य पर मनमानी व तानाशाह का आरोप लगा इसके लिये जिम्मेदार ठहराने लगे हैं.
बीपी सिंह कॉलेज से जुड़े शिक्षक व शिक्षकेतर कर्मियों की मानें तो 1980 में स्थापित महाविद्यालय को आजतक एक भी अनुदान प्राप्त नहीं हुए है.कर्मियों को नामांकन व रजिस्ट्रेशन शुल्क से हुए आमदनी से मानदेय मिलते हैं. जो बहुत ही कम है. शिक्षक को आठ सौ व शिक्षकेतर कर्मियों को उससे कम मिलते हैं. सरकार ने यूनिवर्सिटी के माध्यम से 30 सितंबर तक विहित प्रपत्र में कॉलेज से जुड़ी कुछ वांछित सूचनाएं मांगी थी.
लेकिन, प्रबंधन उपलब्ध कराने में नाकाम रहा है. एक कर्मी ने बताया कि स्वीकृत पद से अधिक कर्मियों को रख कर मानदेय का भुगतान किया जाता रहा है. शिक्षक व शिक्षकेतर के 20-20 पद (1980) में स्वीकृत थे, जबकि कॉलेज प्रबंधन ने टीचिंग के 34 व नन टीचिंग के लगभग 86 कर्मियों को मानदेय का भुगतान किया जाता है.गौरतलब है कि पांच साल पहले सरकार ने वित्त रहित डिग्री कॉलेजों को छात्रों की उत्तीर्णता के आधार पर अनुदान देने का निर्णय लिया था.
इसके लिए कॉलेजों को हर वर्ष विहित प्रपत्र में वांछित सूचनाएं उपलब्ध कराना आवश्यक है, तभी कॉलेज अनुदान के हकदार हो सकते हैं. स्नातक की परीक्षा पास करने वाले हर छात्र को 8500 व छात्र को 8700, इंटर के प्रति छात्र को 400 व छात्र को 600 रुपये के हिसाब से कॉलेज को मानदेय मिलता है. सेमरी कॉलेज के प्राचार्य त्रिलोकीनाथ सिंह ने कहा कि व्यस्तता की वजह से समय पर वांछित सूचनाएं विभाग को उपलब्ध नहीं कराया गया.जल्द ही सूचना उपलब्ध करा दी जायेगी.