शहर में गैस रिफिलिंग का धंधा जोरों पर
कालाबाजारी. अधिकारियों की लापरवाही से उपभोक्ता परेशान कभी बड़े हादसे का गवाह बन सकता है शहर सासाराम (ग्रामीण) : शहर में रसोई गैस की कालाबाजारी धड़ल्ले से जारी है. जहां मन, वहीं गाड़ी खड़ी कर उपभोक्ताओं के बीच गैस सिलिंडर का वितरण शुरू कर दिया जाता है. ऐसी स्थिति में उपभोक्ताओं को कम बिचौलियों को […]
कालाबाजारी. अधिकारियों की लापरवाही से उपभोक्ता परेशान
कभी बड़े हादसे का गवाह बन सकता है शहर
सासाराम (ग्रामीण) : शहर में रसोई गैस की कालाबाजारी धड़ल्ले से जारी है. जहां मन, वहीं गाड़ी खड़ी कर उपभोक्ताओं के बीच गैस सिलिंडर का वितरण शुरू कर दिया जाता है. ऐसी स्थिति में उपभोक्ताओं को कम बिचौलियों को ज्यादा गैस सिलिंडर मिलता है.
यहीं नहीं, इन दिनों शहर के दर्जनों स्थानों पर अवैध तरीके से गैस की रििफलिंग भी की जा रही हैं.
इसके लिए दुकानदार ग्राहकों से मनमानी कीमत भी वसूलते हैं. हालांकि, अवैध तरीके से की जा रही रिफलिंग से किसी दिन बड़ी दुर्घटना हो सकती है. लेकिन, इस पर ना तो अधिकारियों की नजर है और न ही स्थानीय लोगों का. ऐसी स्थिति में उपभोक्ता ठगे जा रहे हैं. सरकार के नियमों को एजेंसी चलाने वाले अनदेखी कर रहे हैं.
कालाबाजारियों का है जोर
शहर में गैस को होम डिलेवरी करने का सिलसिला जारी है. लेकिन समय पर होम डिलेवरी नही हो पाते हैं. यहीं नहीं एजेंसी संचालक अपने सुविधा अनुसार दुकान के अलावें सार्वजनिक स्थानों पर गैस सिलिंडर लदी गाड़ियां खड़ी कर देते हैं व वहीं से वितरण शुरू कर देते हैं. यह इसलिए होता है कि संचालकों द्वारा मन माने तरीके से गैस सिलिंडर बांटे जाते हैं. वहां से वितरण के नाम पर कालाबाजारी करने में भी सहूलियत होती है.
कहते हैं लोग
घरेलू गैस की काला बाजारीजारी है. बाजारों में खुलेआम नौ सौ रुपये में गैस सिलिंडर उपलब्ध कराये जा रहे हैं. यहीं नहीं, शहर के कई जगहों पर 120 रुपये प्रति किलो गैस रिफलिंग की जाती है. ऐसी स्थिति में उपभोक्ताओं को भारी परेशानी होती है. आकाश कुमार, गौरक्षणी सासाराम
जांच कर होगी कार्रवाई
कालाबाजारी की सूचना किसी उपभोक्ताओं ने नहीं दी है. रिफलिंग की भी सूचना नहीं है. मामले की जांच करायी जायेगी व नियम विरुद्ध काम करने वाले एजेंसियों के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी.
अमरेंद्र कुमार, एसडीओ, सासाराम