आरक्षण पर दिखावा, भाजपा वही करेगी जो भागवत कहेंगे : नीतीश

बिक्रमगंज/राजपुर : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दो दिन पहले कहा था कि कोई ताकत आरक्षण छीन नहीं सकती है. इस बात को आगे बढ़ाते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को इस मुद्दे पर एक बार फिर भाजपा व प्रधानमंत्री को घेरा. उन्होंने कहा कि जब आरएसएस की ओर से मोहन भागवत ने आरक्षण की […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 14, 2015 6:20 AM

बिक्रमगंज/राजपुर : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दो दिन पहले कहा था कि कोई ताकत आरक्षण छीन नहीं सकती है. इस बात को आगे बढ़ाते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को इस मुद्दे पर एक बार फिर भाजपा व प्रधानमंत्री को घेरा.

उन्होंने कहा कि जब आरएसएस की ओर से मोहन भागवत ने आरक्षण की समीक्षा की बात कही, तो मोदी जी की क्या हैसियत है कि वह उनके विचार को नकार दें. मोदी जी चुनाव में जुमला फेकेंगे और फिर वही करेंगे, जो आरएसएस वाले कहेंगे. फैसला आपको करना है कि आरक्षण चाहिए या नहीं. वह काराकाट विधानसभा क्षेत्र के संझौली के केके हाइस्कूल के मैदान में चुनाव सभा को संबोधित कर रहे थे.

उन्होंने कहा कि हम झूठ बोलनेवाले नहीं, काम करनेवाले हैं. विधानसभा चुनाव के बाद फिर सरकार बनी, तो छात्रों को चार लाख रुपये का क्रेडिट कार्ड देंगे. कामगारों को रोजगार, बेरोजगारों को एक हजार रुपये महीना भत्ता देंगे और गांवों में गली-नाली समेत सड़कों का निर्माण करायेंगे. गांवों में बिजली तो दे ही रहे हैं, अब सभी घरों तक बिजली पहुंचाने की व्यवस्था करेंगे.

उन्होंने कहा कि स्टिंग कांड पर संज्ञान लेते हुए तत्काल अपने मंत्री को पद से हटा दिया. उनकी उम्मीदवारी तक रद्द कर दी. लेकिन, इस पर उन्हें बोलने का क्या हक है, जिन्होंने तीन करोड़ रुपये पकड़ाने पर भी दोषियों को पहले सांसद व फिर मंत्री बनवाया. उन्होंने किस नैतिकता पर हमारे जमीर को ललकारा. हम बिहारी स्वाभिमानी हैं. यहां का शासन बिहारी चलायेगा, न कि बाहरी. देश चलाने का आपने अधिकार दिया, अब बिहार भी चलाने की बात करते हैं. अब मोदी जी पीएम से सीएम बनेंगे?

राजपुर के कन्या हाइस्कूल मैदान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोलते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उनमें दोष निकालनेवाले पहले अपने गिरेबां में झांकें. बिहार अपनी बदौलत नयी ऊंचाई प्राप्त करेगा. उसे किसी की मेहरबानी की जरूरत नहीं है. प्रधानमंत्री अपनी हर सभा में जंगलराज-जंगलराज का ढोल पीट कर महागंठबंधन के खिलाफ दुष्प्रचार कर रहे हैं. बिहार में जंगलराज नहीं, कानून राज है.

नीतीश कुमार ने कहा कि भाजपा में नेतृत्व का अकाल पड़ गया है, जो प्रधानमंत्री के नेतृत्व में चुनाव लड़ा जा रहा है. पीएम कहते कुछ और करते कुछ और हैं. वह कहते हैं कि भाजपा शासित राज्यों में कानून का राज है, तो फिर गुजरात का पंचायत चुनाव क्यों नहीं हुआ? सीएम ने कहा कि बिहार मॉडल को दुनिया जानती है. यहां गुजरात मॉडल को बताने की जरूरत नहीं है. गुजरात तो देश में कुपोषण के मामले में नंबर वन राज्य है. यह भारत सरकार के आंकड़े बताते हैं.

उन्होंने कहा कि गुजरात के 39 प्रतिशत घरों में आज भी शौचालय नहीं हैं. वहां की महिलाएं कुपोषण की शिकार है. केंद्र सरकार के आपराधिक आंकड़े के अनुसार, बिहार का 22वां स्थान है, जबकी दिल्ली, जहां पीएम अपने हाथों में कानून लेकर बैठे हैं, वह पहले स्थान पर है.

चुनावी सभाओं में नीतीश कुमार ने लोगों से कहा कि विधानसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान में भाजपा का सुपड़ा साफ हो गया है. दूसरे चरण में यहां भी भाजपा का सुपड़ा साफ कर दीजिए. उन्होंने सभाओं में काराकाट विधानसभा क्षेत्र से महागंठबंधन के प्रत्याशी संजय यादव व नोखा विधानसभा क्षेत्न के महागठबंधन प्रत्याशी को जिताने की अपील की. राजपुर की सभा में बलिगांव पंचायत के मुखिया संदीप चौधरी ने शेरसाह सूरी का प्रतीक चिह्न मुख्यमंत्नी को भेट की.

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