डेहरी-दिनारा पथ से गुजरना दूभर

कंकड़ भरा धूल लोगों के स्वास्थ्य के लिए खतरनाक बिक्रमगंज (रोहतास) : डेहरी-दिनारा पथ से गुजरना दिन पर दिन मुसीबत बनती जा रही है. अब तो आलम यह है कि लोग अगल-बगल के बाइपास या फिर ग्रामीण इलाकों की सड़कों से गुजरने पर विवश है, जबकि सड़क पर काम तीन महीनों से जारी है, जो […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 27, 2015 7:43 AM
कंकड़ भरा धूल लोगों के स्वास्थ्य के लिए खतरनाक
बिक्रमगंज (रोहतास) : डेहरी-दिनारा पथ से गुजरना दिन पर दिन मुसीबत बनती जा रही है. अब तो आलम यह है कि लोग अगल-बगल के बाइपास या फिर ग्रामीण इलाकों की सड़कों से गुजरने पर विवश है, जबकि सड़क पर काम तीन महीनों से जारी है, जो आज तक पूरा नहीं हुआ. यह बिक्रमगंज से डेहरी व दिनारा आने-जाने वालों की लिए कठिन समस्या है.
महीनों से अधूरी पड़ी सड़क पर उड़ते गिट्टी युक्त धूल से जहां लोगों के चेहरे बिगाड़ रहे हैं, वहीं नाक, कान, मुंह व आंख के रास्ते जहर पी रहे हैं. स्थिति ऐसी कि बच्चे भी स्कूल जाने से कतराने लगे हैं. लोगों के आक्रोश को देखते हुए निर्माण कंपनी में पानी डाल कर उड़ते धूल से निजात दिलाने की कोशिश जरूर की, पर गाड़ियों की निरंतर आवाजाही से हाल ज्यों-का-त्यों बन जाता है.
घंटे भर में ही पुन: वहीं स्थिति उत्पन्न हो जाती है. राजद नेता कृष्णा कुमार सिंह, चिकित्सक शशि पाल सिंह व नागेंद्र सिंह कहते हैं कि सड़क निर्माण की यही स्थिति रही तो लोगों का घरों से निकलना दूभर हो जायेगा. क्योंकि, प्रदूषण से लोगों के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है. डाॅ पंकज कुमार कहते हैं कि आंख में धूल पड़ने से उसका भयंकर दुष्प्रभाव पड़ सकता है, जिसके इलाज में हजारों खर्च करने पड़ सकते है.
वहीं, चिकित्सक सिद्धार्थ कुमार की मानें तो गिट्टी भरी धूल से सांस संबंधी गंभीर बीमारी हो सकती है, जिससे फेफड़ा प्रभावित हो सकता है. निर्माण में हो रही देरी पर अनुमंडलाधिकारी राजेश कुमार ने कहा कि निर्माण में लगी कंपनी को जल्द से जल्द काम पूरा करने का निर्देश दिया गया है. जल्द ही लोगों को राहत मिलेगी. चुनाव की वजह से निर्माण कार्य पर असर पड़ा है.

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