संसाधनों का संकट

प्लेटफॉर्मो पर पीने के पानी की भी नहीं है उचित व्यवस्था सासाराम (ग्रामीण) : रेल प्रशासन संसाधनों व कर्मचारियों का संकट ङोल रहा है. कई कर्मचारी भी गायब हैं. प्लेटफॉर्मो पर पानी का संकट है. कई नलकूप व नल खराब पड़े हैं. पानी भी दूषित यात्रियों को पीना पड़ता है. स्टेशन पर अप लाइन व […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 29, 2013 3:23 AM

प्लेटफॉर्मो पर पीने के पानी की भी नहीं है उचित व्यवस्था

सासाराम (ग्रामीण) : रेल प्रशासन संसाधनों व कर्मचारियों का संकट ङोल रहा है. कई कर्मचारी भी गायब हैं. प्लेटफॉर्मो पर पानी का संकट है. कई नलकूप व नल खराब पड़े हैं. पानी भी दूषित यात्रियों को पीना पड़ता है. स्टेशन पर अप लाइन व डाउन प्लेटफॉर्मो पर एक एक खाद्य सामग्री बेचने की दुकान है.

इन समस्याओं को लेकर प्लेटफॉर्म पर अवैध वेंडर सक्रिय हैं तथा यात्रियों के साथ दादागिरी भी करते देखे जाते हैं. लोकल जगहों से बोतलों में भर कर पानी खुलेआम प्लेटफार्म पर बेचे जाते हैं. खाद्य सामग्री भी इन दिनों अवैध वेंडरों द्वारा उपलब्ध कराया जाता है. घटिया सामग्री के वजह से यात्री असुरक्षित है.

कई बार नशाखुरानी के भी शिकार हो गये. इसके बावजूद व्यवस्था में कोई परिवर्तन नहीं हुआ. रेलवे एक्ट में धारा-144 के तहत दंडित करने का अवैध वेंडरों का प्रावधान है. कई बार आरपीएफ ने जेल भी भेजा. इसके बाद भी व्यवस्था नहीं सुधरी. आरपीएफ की सतर्कता के बावजूद वेंडर बेलगाम हैं. एक वेंडर ने बताया कि यहां रेल में तैनात कर्मी रिश्तेदार हैं.

स्टेशन प्रबंधक इन सारी घटनाक्रमों के लिए आरपीएफ को जिम्मेदार ठहराते हैं,जबकि रेल पुलिस काफी सतर्क हैं. यह पहला इंस्पेक्टर है, जिसने अन्य प्रदेशों से अपराधियों को गिरफ्तार करने में सफलता पायी है.

अनहोनी की आशंका

रेल यात्री रेशमा परवीन ने बताया कि खाना बगैर मार्का का है. रेल लुटेरे व नशाखुरानी गिरोह आराम से खाना देकर घटना को अंजाम दे सकते हैं. घटिया खाना व नाश्ता खाने से विभिन्न बीमारियों को न्योता देने के समान है.

बंटी तिवारी उर्फ ओमकार ने बताया कि रेल स्टेशन पर व आस-पास बिक रहे खाद्य पदार्थ विषाक्त हो सकते हैं. इस बिक्री पर रोक लगानी चाहिए.

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