मुंह मोड़ रहे मरीज

– ओपीडी में नहीं बैठते डॉक्टर मरीजों को हो रही परेशानी – गंभीर बीमारियों के मरीज कर रहे निजी अस्पतालों का रुख सासाराम (ग्रामीण) : सदर अस्पताल विगत छह माह से दवाओं का घोर संकट झेल रहा है. इस कारण मरीज सदर अस्पताल से मुंह मोड़ते नजर आ रहे हैं. मरीजों की संख्या में लगातार […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 16, 2016 9:00 AM
– ओपीडी में नहीं बैठते डॉक्टर मरीजों को हो रही परेशानी
– गंभीर बीमारियों के मरीज कर रहे निजी अस्पतालों का रुख
सासाराम (ग्रामीण) : सदर अस्पताल विगत छह माह से दवाओं का घोर संकट झेल रहा है. इस कारण मरीज सदर अस्पताल से मुंह मोड़ते नजर आ रहे हैं. मरीजों की संख्या में लगातार गिरावट आ रही है. लगभग नौ माह के बाद स्वास्थ्य विभाग द्वारा कुत्ते काटने के बाद दिया जानेवाला एंटी रैबीज इंजेक्शन खरीदा गया, लेकिन शेष दवाओं की खरीद अब भी अधर में लटकी हुई है.
सदर अस्पताल के दवा वितरण काउंटर पर कई रोगों की दवाएं उपलब्ध नहीं हैं. लिहाजा, मरीज यहां इलाज कराने में कतरा रहे हैं. ओपीडी खाली पड़ा रहता है. अस्पताल के विभिन्न ओपीडी के चिकित्सक भी नियमित रूप से नहीं आ रहे हैं और न ही निर्धारित समयावधि में अस्पताल में समय दे रहे हैं.
इस कारण भी मरीजों की संख्या लगातार कम हो रही है. महज कुत्ते काटने के मरीज व साधारण मरीजों का ही पंजीयन सदर अस्पताल में हो रहा है. चूंकि, अन्य बीमारियों से ग्रसित मरीज सदर अस्पताल आने से परहेज कर रहे हैं.
बढ़ रहा निजी क्लिनिकों का क्रेज: सदर अस्पताल में चिकित्सक व दवाओं के संकट में मरीज यहां से मुंह मोड़ने लगे हैं. उनका झुकाव निजी क्लिनिकों की ओर हो रहा है. जहां आज सदर अस्पताल के निबंधन काउंटर पर दस मरीज होते हैं, वहीं निजी क्लिनिकों में मरीजों की लंबी कतार है.
चार दवाओं पर चल रहा अस्पताल: सदर अस्पताल में फिलहाल चारदवाएं ही उपलब्ध हैं. अस्पताल सूत्रों के अनुसार, दो दिन पहले पांच दवाएं खरीदी गयी हैं. शनिवार से सदर अस्पताल में कुल नौ दवाएं उपलब्ध हो जायेंगी.

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