बाधित है दवा खरीद

सदर अस्पताल. तीन साल से डीपीएम व प्रबंधक के पद खाली सासाराम (ग्रामीण) : जिला स्वास्थ्य समिति के कार्यक्रम पदाधिकारी (डीपीएम) व सदर अस्पताल के स्वास्थ्य प्रबंधक समेत लेखा पदाधिकारी का तीन वर्षों से पद रिक्त पड़े हैं. इन पदों पर अन्य कर्मचारियों की तैनाती प्रभारी अधिकारी के रूप में की गयी है. लिहाजा, काम […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 26, 2016 7:33 AM
सदर अस्पताल. तीन साल से डीपीएम व प्रबंधक के पद खाली
सासाराम (ग्रामीण) : जिला स्वास्थ्य समिति के कार्यक्रम पदाधिकारी (डीपीएम) व सदर अस्पताल के स्वास्थ्य प्रबंधक समेत लेखा पदाधिकारी का तीन वर्षों से पद रिक्त पड़े हैं. इन पदों पर अन्य कर्मचारियों की तैनाती प्रभारी अधिकारी के रूप में की गयी है. लिहाजा, काम लंबित पड़े हैं व दवा खरीद से लेकर कई कार्य बाधित हो रहे हैं. रिक्तियां रहने से मरीजों को दी जाने वाली सुविधाएं भी प्रभावित हो रही हैं.
कई फाइलें लंबित : तैनात किये गये कर्मियों के भुगतान संविदा नवीकरण दवाइयों की खरीद एनजीओ द्वारा कराये गये कार्योें की भुगतान तैनात कर्मियों की पदस्थापना,मरीजों को दीजाने वाली सुविधाएं समेत कई कार्य प्रभावित हो रहें.
2013 से खाली हैं पद: वित्त वर्ष, 2013 से स्वास्थ्य विभाग के राज्य स्वास्थ्य समिति द्वारा संचालित जिला स्वास्थ्य समिति के कार्यक्रम पदाधिकारी का पद खाली है. इसके अलावा सदर अस्पताल के स्वास्थ्य प्रबंधक, जेनरल अकाउंट व स्थायी अकाउंटेंट के पद भी 2013 व 2010 से खाली हैं. इसके कारण कार्यों के निष्पादन पर असर पड़ रहा है.
नहीं हो रही दवा की खरीद
दवाओं की खरीद डीपीएम व सिविल सर्जन द्वारा किया जाना है. इसके लिए निविदा निकाले जाने का भी प्रावधान है. लेकिन, पूर्व में दवा के नमूने की जांच व उसकी गुणवत्ता की जांच किये जाने के कारण व दवा खरीदी में घोटालों की जांच को लेकर दवाओं को खरीदी नहीं हो सकी है.
अधिकारी नहीं उठाना चाह रहे जोखिम: सिविल सर्जन अवकाश प्राप्त होने वाले हैं व अकाउंटेंट डीपीएम के प्रभार में है. इसके कारण अधिकारी किसी मामले में जोखिम उठाना नहीं चाहते हैं. हालांकि, अधिकारी खुल कर बोलना नहीं चाहते व कार्य का निष्पादन प्रभावित है.

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