गोला रोड में बनेगा नगर भवन

पहल. नगर पर्षद में दो करोड़ 84 लाख रुपये से होंगे विकास कार्य इओ के अनुमोदन पर विकास कार्यों के लिए हुआ रि-टेंडर सासाराम (रोहतास) : नगर पर्षद में विभिन्न विकास योजनाओं के लिए दो करोड़ 84 लाख रुपये का टेंडर हुआ. इसमें मुख्य रूप से गोला स्थित नगर पर्षद की जमीन पर एक करोड़ […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 19, 2016 7:03 AM
पहल. नगर पर्षद में दो करोड़ 84 लाख रुपये से होंगे विकास कार्य
इओ के अनुमोदन पर विकास कार्यों के लिए हुआ रि-टेंडर
सासाराम (रोहतास) : नगर पर्षद में विभिन्न विकास योजनाओं के लिए दो करोड़ 84 लाख रुपये का टेंडर हुआ. इसमें मुख्य रूप से गोला स्थित नगर पर्षद की जमीन पर एक करोड़ 33 लाख रुपये से नगर भवन बनाने, 18 लाख रुपये से कार्यालय का जीर्णोद्धा व अन्य पांच योजनाओं में सड़क, छठ घाट व नाली निर्माण से संबंधित कार्यों का टेंडर किया गया.
नगर पर्षद के कार्यपालक पदाधिकारी मनीष कुमार ने बताया कि भ्रष्टचार का आरोप लगने पर सशक्त स्थायी समिति ने टेंडर को रद्द कर दिया था. मुख्य पार्षद व कार्यपालक पदाधिकारी के अनुमोदन पर पुन: रि टेंडर किया गया. इस टेंडर को खोलने का समय दो दिन पहले ही था. लेकिन, सशक्त स्थायी समिति ही रि टेंडर खोलने को लेकर टाल-मटोल कर रही थी. टेंडर खोलने के लिए सशक्त स्थायी समिति को पत्र भेजा गया था.
लेकिन, सशक्त कमेटी के नहीं आने पर प्रधान सहायक, इओ मनीष कुमार, योजना सहायक, नगर प्रबंधक अविनाश कुमार की उपस्थिति में पूरी प्रक्रिया की वीडियोग्राफी कराते हुए टेंडर खोला गया. नगर पर्षद सभागार में सभी पदाधिकारी व संवेदकों की उपस्थिति में एक-एक योजनाओं के लिए लॉटरी के माध्यम से संवेदकों को टेंडर दिया गया. एक योजना के लिए टेंडर में शामिल सभी संवेदकों का नाम परची पर लिख उन्हीं में से एक से परची निकलवायी गयी. कार्यपालक पदाधिकारी ने बताया कि शहर की सात विकास योजनाओं के लिए दो करोड़ 84 लाख रुपये का टेंडर हुआ.
नहीं शामिल हुए मुख्य व उपमुख्य पार्षद
नगर पर्षद के मुख्य पार्षद व उप मुख्य पार्षद शामिल नहीं हुए. सभी टेंडर ई टेंडर के माध्यम से भरे गये थे.वहीं, एक ओर नगर पर्षद सभागार में टेंडर प्रक्रिया चल रही थी, तो दूसरी ओर वार्ड पार्षद सशक्त स्थायी समिति के कुछ सदस्य, उप मुख्य पार्षद चंद्रशेखर आदि कैंपस में ही मौजूद थे. सभी रि टेंडर से नाखुश दिखे. नगर पर्षद में पहले से ही हो रही राजनीति व बड़े पैमाने पर हुए भ्रष्टाचार पर ईओ की सख्ती से लगी रोक भी बेचैनी का कारण रही. रि टेंडर होने से उनके मंसूबों पर भी पानी फिर गया.

Next Article

Exit mobile version