सूख रहे हलक, हो रहे पसीने से तर
गरमी का असर हर तरफ दिखने लगा है. लोग बाहर निकलने से कतराने लगे हैं. गरमी में बिजली की आंख मिचौनी लोगों को और परेशान कर रही है. किसी तरह लोग राहत पाने की कोशिश कर रहे हैं. डेहरी ऑन सोन : पारा के चढ़ते ही शहर व आस-पास के इलाके में रहने वाले इंसान, […]
गरमी का असर हर तरफ दिखने लगा है. लोग बाहर निकलने से कतराने लगे हैं. गरमी में बिजली की आंख मिचौनी लोगों को और परेशान कर रही है. किसी तरह लोग राहत पाने की कोशिश कर रहे हैं.
डेहरी ऑन सोन : पारा के चढ़ते ही शहर व आस-पास के इलाके में रहने वाले इंसान, पशु-पक्षी सभी का जीना मुहाल हो गया है. लोगों का कहना है कि अभी यह हाल है, तो आने वाले दिनों में स्थिति क्या होगी.
दिन के नौ बजते ही घुप में लोग निकलना नहीं चाहते है. सड़कें सुनी हो जाती है, परंतु दुर्भाग्य यह है कि बिजली की आंख-मिचौनी के कारण लोगों को घरों में भी राहत नहीं मिल रही है. हाथ पंखे के सहारे लोग निजात पा रहे हैं. स्कूलों को मॉर्निग कर दिये जाने से उसमें पढ़ने वाले छोटे बच्चे काफी सुकुन महसूस कर रहे है. अभिभावक भी शिक्षा विभाग के निर्णय से काफी खुश है. अभी पारा न्यूनतम 25 डिग्री व अधिकतम 40 डिग्री चल रहा है. इसमें बढ़ोतरी होने की संभावना से ही लोग सकते में हैं. दोपहर में कोई बिना जरूरत के बाहर निकलना नहीं चाहता. बाजार में भी सन्नाटा पसरा रहता है. थोड़ी दूर पैदल चलने के साथ ही थकान व प्यास के कारण लोग छांव में आराम करने के लिए रूकने को मजबूर हो रहे हैं.
ठंडे पेय की बढ़ी मांग
कोल्ड ड्रिंक, शरबत, सत्तु का घोल आइसक्रिम, आम का पन्ना, नींबू पानी आदि की मांग एक सप्ताह के अंदर बढ़ गयी है. दूसरे धंधे में लगे लोग भी मांग को देखते हुए मौसमी व्यापार से जुड़ गये हैं. सड़कों के किनारे ठंडे पेय पदार्थों का सेवन करने वाले अक्सर रूक कर गला तर करते गंतव्य की ओर निकल रहे हैं.