पानी के लिए तरस रहे लोग

गरमी में सबसे अधिक किल्लत पानी की होती है़ हर बार इस पर चर्चा होती है़ सरकारी संसाधन उपलब्ध होने के बावजूद उसका लाभ लोगों को नहीं मिल रहा है़ इसका कारण सही देखरेख नहीं होना है़ शहर में दो पानी टंकियां हाल में बनी हैं, लेकिन उससे पानी सप्लाइ की पाइप को नहीं जोड़ा […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 6, 2016 8:21 AM
गरमी में सबसे अधिक किल्लत पानी की होती है़ हर बार इस पर चर्चा होती है़ सरकारी संसाधन उपलब्ध होने के बावजूद उसका लाभ लोगों को नहीं मिल रहा है़ इसका कारण सही देखरेख नहीं होना है़ शहर में दो पानी टंकियां हाल में बनी हैं, लेकिन उससे पानी सप्लाइ की पाइप को नहीं जोड़ा गया है़
डेहरी ऑन सोन : शहर में पानी टंकियों के माध्यम से लोगों को पानी मुहैया कराने की सरकार की योजना फिसड्डी साबित हो रही है़ जर्जर पाइप लाइन व रख-रखाव के अभाव में शहर के महज कुछ हिस्सों में ही सिमट कर रह गया है. उक्त योजना इस वर्ष भी भीषण गरमी में लोगों को काफी निराश किया.
कहने को तो शहर में चार जलमीनार है, लेकिन इन से कितने घरों में रहनेवालों की प्यास बुझती है यह कोई नहीं जानता. पीएचइडी के अधिकारियों के पास सप्लाई के माध्यम से कनेक्शन लेने वाले शहरियों की वास्तविक सूची भी उपलब्ध नहीं है.
सूत्रों का कहना है कि विभागीय अधिकारी संसाधनों की कमी का रोना रोते हैं और आम जनता यह उम्मीद लगाये बैठी है कि अब हमारे शहर के हर गली मुहल्ला में पाइप लाइन की जाल बिछा कर पानी की सप्लाइ शुरू होगी. इससे शहर के निवासियों को शुद्ध पानी मिलेगा.
यहां-यहां है पानी टंकी: शहर के मुख्य बाजार में दो व डालमियानगर में दो कुल चार पानी टंकी है. डालमियानगर के इएसआइ अस्पताल परिसर व रजबरवा बिगहा में बने दो पानी टंकी अभी कुछ वर्ष पहले ही बनी है. इससे आजतक एक भी घर में पानी सप्लाइ नहीं हो रहा है़ उक्त पानी टंकी से थोड़ी दूरी तक पाइप लाइन बिछा कर छोड़ दिया गया है.
करोड़ों की लागत से बने उक्त पानी टंकी आज तक बेकार पड़ा. दूसरी तरफ शहर के मुख्य बाजार में बाबूगंज मुहल्ला व चौधरी मुहल्ला के पास स्थित है. बाबूगंज मुहल्ला में स्थित पानी टंकी से पानी की सप्लाइ की जिम्मेदारी शहर से गुजरने वाली पुरानी जीटी रोड के दक्षिणी हिस्से में है. वहीं, शहर का सबसे पुराना पानी टंकी, जो चौधरी मुहल्ला के पास स्थित है से शहर के अन्य बचे भाग में पानी की सप्लाइ करने की जिम्मेदारी है.
बोले शहरवासी
शहर के निवासी कृष्णा सिंह यादव कहते हैं कि शिवगंज मुहल्ले में सरकारी स्कूल के पास लगे सरकारी नल में पिछले छह माह से पानी नहीं दे रहा है. इससे इस गरमी में मुहल्ले के निवासियों व स्कूली बच्चों पानी के लिये किसी दूसरे जगह जाना पड़ता है़ शारदा देवी ने कहा कि सरकार द्वारा घर-घर स्वच्छ पानी पहुंचाने का दावा इस शहर में बेमानी साबित हो रहा है.
यहां के सरकारी नल से पानी नहीं निकलता है. रामजी चौधरी ने कहा कि करोड़ों रुपये खर्च कर सरकार द्वारा पानी टंकी का निर्माण तो करा दिया गया. अधिकारियों व कर्मियों की निुयक्ति भी हो गयी. जिन पर लाखों रुपये महीना खर्च होता हैं, लेकिन आम जनता को इस का कोई फायदा नहीं मिला. शिवबंधु राम ने कहा कि गरीब जनता को आज भी किसी दूसरे घर या किसी सरकारी चापाकल के सहारे अपना जीवन यापन करना मजबूरी है.
अधिकतर स्टैंड पोस्ट बेकार
सबसे पुराने पानी टंकी से शहर के महत्वपूर्ण मुहल्लों में पानी की सप्लाइ होती है. उक्त पानी टंकी को न्यू डिलियां मुहल्ला स्थित पंप हाउस से पानी की सप्लाइ होती है. पंप हाउस में दो शक्तिशाली पंप लगे हैं. जिनसे एक लाख गैलन पानी टंकी को भरा जाता है और वहां से पानी की सप्लाइ की जाती है.
वहीं से शहर के वार्ड संख्या 28, 29 व 30 आदि वार्डों में भी पानी की सप्लाइ होती है. कुछ वर्षों पहले तक सप्लाइ पाइप लाइन के बगल में सड़क किनारे आम जनता के लिए विभाग द्वारा नल लगाये गये थे. जिनसे आने जाने वालों केे साथ-साथ मुहल्ला के गरीब गुरबा भी लाभान्वित होते थे. आज अधिकतर स्टैंड पोस्ट का अस्तित्व मिट गया है. जो कुछ बचा है उनसे पानी निकलना पिछले कई माह से बंद हो गया है.
इसी प्रकार का एक स्टैंड पोस्ट शिवगंज राजकीय मध्य विद्यालय के पास है, जहां आम जनता के साथ-साथ स्कूल के बच्चे भी पानी पीने जाते थे. कई माह से उक्त स्टैंड पोस्ट से पानी नहीं आ रहा है. यह मात्र कोई अकेला वाक्या नहीं है. शहर के लिए इस तरह के अनेक स्टैंड पोस्ट आज कई अन्य जगहों पर भी देखने को मिलते हैं.
बोले अधिकारी
पीएचइडी के सहायक अभियंता जीमरूद्दीन अंसारी कहते हैं कि शहर में जर्जर पाइप लाइन को बदलने के लिए बहुत जल्द प्रक्रिया शुरू होगी. अभी शहर में सुबह व शाम को पानी टंकी से पानी की सप्लाइ की जा रही है. कुछ स्टैंड पोस्ट मे पानी नहीं गिरने की अगर शिकायत है, तो वहां मिस्त्री को भेज कर उसे तुरंत ठीक कराया जायेगा.

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