समय पर न बिजली, न ही बिल
विभाग की लापरवाही उपभोक्ताओं पर भारी, नहीं मिल रहा चैन सासाराम (ग्रामीण) : विद्युत विभाग की लापरवाही से उपभोक्ता काफी परेशान हैं. समय पर न तो उपभोक्ताओं को बिजली मिलती है, न ही बिल. मीटर रीडिंग व गलत विद्युत बिल भेजे जाने से उपभोक्ताओं में काफी आक्रोश है. राजीव गांधी विद्युतीकरण योजना के तहत गांवों […]
विभाग की लापरवाही उपभोक्ताओं पर भारी, नहीं मिल रहा चैन
सासाराम (ग्रामीण) : विद्युत विभाग की लापरवाही से उपभोक्ता काफी परेशान हैं. समय पर न तो उपभोक्ताओं को बिजली मिलती है, न ही बिल. मीटर रीडिंग व गलत विद्युत बिल भेजे जाने से उपभोक्ताओं में काफी आक्रोश है.
राजीव गांधी विद्युतीकरण योजना के तहत गांवों में बीपीएल परिवारों को विद्युत तो मिली, लेकिन विपत्र एक वर्ष बाद भेजे जाने से भुगतान अधर में लटका है. कई सरकारी कार्यालयों पर लाखों का बकाया है. वहीं, विभागीय सचिव ने एक जनवरी से 24 घंटे विद्युत आपूर्ति करने का निर्देश दिया था. लेकिन, अबतक नियमित विद्युत आपूर्ति नहीं हुई.
जूझ रहा विभाग
विभाग के पास कर्मचारियों की कमी है. लेकिन, संविदा निजी लोगों को रख कर विभाग विद्युत आपूर्ति सुधारने, तार बदलने पुराने तारों पर विद्युत आपूर्ति करने टोंका फंसाने वालों व विद्युत चोरी करनेवालों से परेशान हैं.
विद्युत विभाग ने तीन दर्जन से ज्यादा लोगों के खिलाफ विगत माह प्राथमिकी दर्ज करायी है. बावजूद निरंतर विद्युत चोरी हो रही है. इससे ओवर लोडिंग होती है. फलत: आपूर्ति ट्रीप कर जाती है.
क्या है निराकरण
विभाग उपभोक्ता बनाने के लिये अभियान चला कर नये विद्युत तार व ट्रांसफॉर्मर उपलब्ध करायें व विद्युत बिल प्रतिमाह समयानुसार भेंजे. मीटर रीडिंग माहवारी करें तथा उसके आधार पर बिल भेंजे.
शिकायत निस्तारण के लिये जनता दरबार का आयोजन करें. इससे आनेवाली समस्याओं से निजात मिल सकती है. कई गांवों में आपूर्ति बीपीएल के लिये नियमित है. लेकिन, एपीएल भी जलाते हैं. इस सेसरकार को प्रतिवर्ष करोड़ों का नुकसान हो रहा है.