अधिग्रहीत भूमि का कम मिल रहा मुआवजा

सासाराम (ग्रामीण) : अखिल भारतीय खेत मजदूर किसान सभा द्वारा अधिग्रहीत भूमि के मुआवजे के रेट निर्धारण के लिए गुरुवार को धरना दिया गया. धरने की अध्यक्षता चंद्रमा दास ने की. भाकपा माले के अशोक बैठा ने कहा कि फ्रंट काॅरिडोर का निर्माण करने वाली कंपनी जबरन हरा पेड़ नष्ट कर भूमि के अनुसार मुआवजा […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 17, 2016 8:03 AM
सासाराम (ग्रामीण) : अखिल भारतीय खेत मजदूर किसान सभा द्वारा अधिग्रहीत भूमि के मुआवजे के रेट निर्धारण के लिए गुरुवार को धरना दिया गया. धरने की अध्यक्षता चंद्रमा दास ने की. भाकपा माले के अशोक बैठा ने कहा कि फ्रंट काॅरिडोर का निर्माण करने वाली कंपनी जबरन हरा पेड़ नष्ट कर भूमि के अनुसार मुआवजा का रेट कम दे रही है.
मौजा बांसा में 20 हजार रुपये प्रति डिसमिल की भूमि नहीं है. यह भूमि करवंदिया स्टेशन के पश्चिम केविन के पास की भूमि है. उन्होंने कहा कि हाइकोर्ट द्वारा भूमि का जो रेट निर्धारित है वह बाजार मूल्य से काफी कम है. वह भूमि गरीब, पिछड़ी व दलित जाति के लोगों का है.
जो अपनी भूमि बाजार रेट से कम कीमत पर नहीं देंगे. उन्होंने यह भी कहा कि मौजा में अलग-अलग भूमि का रेट निर्धारित किया गया है. कम रेट देकर भूमि अधिग्रहण करना अपराध है. इसके विरुद्ध ग्रामीणों ने हाइकोर्ट में याचिका दाखिल है. इस लिए जब तक न्यायालय का फैसला नहीं आता निर्माण कार्य को रोका जाये व अधिग्रहित भूमि में नष्ट हुए पेड़ों का मुआवजा दिया जाये. मौके पर संजय यादव, उर्मिला देवी सहित कई लोग शामिल थे.

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