गलत नक्शा व पथ नंबर देने से सर्वेक्षण में हो रही परेशानी
पर्यवेक्षकों की गलतियों का खामियाजा भुगत रहीं आंगनबाड़ी सेविकाएं हिसुआ : मुख्यमंत्री के सात निश्चयों को लागू करने को लेकर पानी, शौचालय, बिजली, सड़क आदि का नगर पंचायत में कराये जा रहे सर्वे में नगर पंचायत द्वारा गलत नक्शा और पथ नंबर दिये जाने से सर्वे करनेवाली आंगनबाड़ी सेविकाओं, विकास मित्र आदि काे काफी परेशानी […]
पर्यवेक्षकों की गलतियों का खामियाजा भुगत रहीं आंगनबाड़ी सेविकाएं
हिसुआ : मुख्यमंत्री के सात निश्चयों को लागू करने को लेकर पानी, शौचालय, बिजली, सड़क आदि का नगर पंचायत में कराये जा रहे सर्वे में नगर पंचायत द्वारा गलत नक्शा और पथ नंबर दिये जाने से सर्वे करनेवाली आंगनबाड़ी सेविकाओं, विकास मित्र आदि काे काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. ऊपर से सर्वेक्षण में लगे पर्यवेक्षक और अधिकारी सर्वेक्षण किसी भी हाल में जल्द करके देने का दबाव बना रहे हैं. नगर पंचायत के सीटी मैनेजर अमित सहाय ने तो सुबह छह बजे से शाम के सात बजे तक लगातार सर्वेक्षण करने का फरमान भी जारी कर दिया. गुरुवार की शाम-शाम तक सर्वेक्षण करवाते रहे. बुधवार को कम सर्वे करके लानेवालों का फाॅर्म जमा नहीं लिया. सेविका और विकास मित्र को काफी बुरा-भला कहा.
एक घर का सर्वे करने में कम से कम 20 से 25 मिनट का समय लगता है, उस पर भी यदि गृह स्वामी सभी दस्तावेज तुरंत मुहैया करा दे नहीं तो और भी समय लग जाता है और पर्यवेक्षक का कहना है कि 50 घरों का सर्वे कर हर हाल में जमा करें. सर्वे कर्मी धूप और गरमी में काफी परेशान हैं. विकास मित्र और सेविकाओं को घर-परिवार और दुधमुंहे बच्चों को भी देखना है, पर यहां तो नगर पंचायत का तुगलकी फरमान है. सेविका पुष्पलता, संगीता कुमारी, नीलम रंजन, प्रभा देवी, राधा कुमारी, सुनीता देवी व सरोज कुमारी आदि ने अपनी परेशानियां बयां की. विकास मित्र पिंकी ने बताया कि दुधमुहें बच्चे को दिन भर छोड़ कर कैसे सर्वे में लगे रहें. पर्यवेक्षक की मनमानी है. इधर, लगातार सर्वेक्षण से आंगनबाड़ी केंद्रों का संचालन प्रभावित है. 21 जून को सेविकाओं को सामाजिक अंकेक्षण का काम करना है. शुक्रवार को केंद्र पर टीकाकरण का कार्यक्रम था.