‘पूरी राशि की खरीदें किताबें’
सासाराम (नगर) : राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान के तहत स्थानीय शिक्षा परियोजना स्थित डॉयट परिसर में मंगलवार को दो दिवसीय पुस्तक मेला शुरू हुआ. इसका उद्घाटन डीडीसी रामचंद्र डू ने किया. पुस्तक मेले में भारती भवन, राज कमल, ज्ञान गंगा व स्टूडेंट फ्रेंड्स सहित कई प्रकाशनों की किताबों का स्टॉल लगा है. डीडीसी ने कहा […]
सासाराम (नगर) : राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान के तहत स्थानीय शिक्षा परियोजना स्थित डॉयट परिसर में मंगलवार को दो दिवसीय पुस्तक मेला शुरू हुआ. इसका उद्घाटन डीडीसी रामचंद्र डू ने किया.
पुस्तक मेले में भारती भवन, राज कमल, ज्ञान गंगा व स्टूडेंट फ्रेंड्स सहित कई प्रकाशनों की किताबों का स्टॉल लगा है. डीडीसी ने कहा कि मेले की सार्थकता तभी होगी, जब स्कूलों को उपलब्ध करायी गयी पूरी राशि से किताब की खरीदारी कर लाइब्रेरी में रखे.
इधर, मेले में पहुंचे अधिकतर प्रधानाध्यापक पुस्तक खरीदने से पहले विक्रेताओं से सेटिंग करने में मशगूल रहे. अधिकतर हेडमास्टर प्रकाशक विक्रेताओं को अपना मोबाइल नंबर पैड पर अंकित कराया.
खाली रहे पंडाल : मेले में अधिक से अधिक प्रकाशकों की सहभागिता सुनिश्चित करने की उद्देश्य से बनाये गये पंडालों में अधिकतर पंडाल खाली रहे. भारती भवन, ज्ञान गंगा, राजकमल व स्टूडेंट फ्रेंड्स की मात्र पांच स्टॉल लगाये गये थे. जबकि, अन्य पंडाल पूरी तरह खाली रहे.
ज्ञान गंगा ने अपने प्रकाशन के प्रत्येक पुस्तक पर 15 व अन्य प्रकाशक अपने प्रकाशन के किताबों पर 10 प्रतिशत डिस्काउंट दे रखा था.
हर स्कूलों को खरीदनी है 50 हजार की किताबें : शिक्षा विभाग ने राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान के तहत प्रत्येक हाई स्कूलों को किताब खरीदारी के लिये 50-50 हजार रुपये उपलब्ध कराया है. डीपीओ माध्यमिक शिक्षा के मुताबिक 110 विद्यालयों को किताब खरीदारी के लिए राशि मुहैया करायी गयी है, जिसमें प्रधानाध्यापकों को लाइब्रेरी में रखने हेतु पाठ्यक्रम के अलावा उपन्यास व कहानी की किताब खरीदनी है. आने वाला समय ही बता पायेगा कि दो दिनों तक चलने वाले मेले में हेडमास्टर कितने रुपये की खरीदारी कर पाये है.
कई अधिकारी हुए शामिल : उद्घाटन के मौके पर डीडीसी के अलावा डीइओ नयन रंजन वर्मा, डीपीओ ओम प्रकाश सिंह, अजय कुमार जायसवाल, राघवेंद्र प्रताप सिंह, रूपेंद्र कुमार सिंह, एपीओ राजेश मांझी, एडीपीसी जीवन कुमार, बीइओ देवेंद्र बहादुर माथुर, अनंत कुमार सिंह, अरविंद कुमार सिंह आदि अधिकारी मौजूद थे.