सुंदरता सबकी चाहत

शहर से गांवों तक लोगों में बढ़ा ब्यूटी पार्लर का क्रेज सासाराम (कार्यालय) : सुंदरता एक मिथक है. यह बात अब पुराने दिनों की कहावत बन कर रह गयी है. क्योंकि, वर्तमान समय में एक से बढ़ कर एक ऐसे प्रसाधन मौजूद हैं, जो बदसूरत को खूबसूरत और खूबसूरत को और अधिक आकर्षक बना सकते […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 22, 2014 3:58 AM

शहर से गांवों तक लोगों में बढ़ा ब्यूटी पार्लर का क्रेज

सासाराम (कार्यालय) : सुंदरता एक मिथक है. यह बात अब पुराने दिनों की कहावत बन कर रह गयी है. क्योंकि, वर्तमान समय में एक से बढ़ कर एक ऐसे प्रसाधन मौजूद हैं, जो बदसूरत को खूबसूरत और खूबसूरत को और अधिक आकर्षक बना सकते हैं. अब तो बाकायदा इसके लिए कई संस्थानों में कोर्स तक चलाये जा रहे हैं.

जहां हेयर ड्रेसिंग से लेकर ब्यूटीशियन, मसाज-फेशियल के बारे में थ्यूरेटिकल व प्रैक्टिल जानकारी दी जाती है, जिसमें महिलाओं से लेकर पुरुष भी अपनी भागीदारी सुनिश्चित करा रहे हैं.

बदलते दौर में सुंदर काया की इच्छा युवतियों व महिलाओं में ही नहीं बल्कि, पुरुषों में भी बलवती होती जा रही है. इसका परिणाम है कि शहरों ही नहीं बल्कि, अब तो गांवों में भी ब्यूटी पार्लर का क्रेज काफी तेजी से बढ़ता चला जा रहा है.

सबकी चाहत जीरो साइज फिगर : कुछ वर्ष पहले तक यह माना जाता था कि सुंदर दिखने की ललक केवल स्त्रियों विशेष रूप से युवतियों में होती है. महिलाओं के सोलह श्रृंगार की चर्चा तो वेद-पुराण से लेकर राजा-महाराजाओं के जमाना में भी सुनने को मिलते रहे हैं.

बदलाव के दौर में जहां सिनेमा व इंटरनेट के साथ फिल्मी कलाकारों की नकल करने की होड़ में शहरी क्या ग्रामीण इलाकों की युवतियां भी पीछे नहीं रहना चाहती हैं. जीरो साइज फिगर की ललक से आज की शायद ही कोई नव युवती बच पायी हो. एक दूसरे से अधिक सुंदर या आकर्षक दिखने के लिए नाना प्रकार के तिकड़म आजमाये जा रहे हैं.

इसे बढ़ाने मे मीडिया इंटरनेट का अहम योगदान है. ब्यूटी पार्लर, मसाज पार्लर, स्पॉ, फिटनेस सेंटर इसी के अंग हैं, जहां बाल त्वचा को सजाने संवारने के साथ शरीर के फिटनेस के लिए भी बाकायदा टिप्स दिये जाते हैं. सासाराम जैसे मध्यमवर्गीय शहर में भी यह व्यवसाय तेजी से फल-फुल रहा है.

ब्यूटी पार्लरों की भरमार : कुछ दशक पहले यह मान्यता थी कि खूबसूरती ईश्वरीय देन है, लेकिन आधुनिक युग में ब्यूटी पार्लरों की चमक धमक व महंगे प्रसाधनों ने इस मिथक को भी तोड़ दिया है.

बात चाहे महिलाओं की हो या पुरुषों की बाजार में ऐसे प्रसाधन मौजूद हैं, जो बदसूरत को खूबसूरत और खूबसूरत को और अधिक आकर्षक चंद मिनटों में बना सकते हैं. सासाराम जैसे बाजार में भी ब्यूटी पार्लर का क्रेज कितना अधिक है इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि जिले के शहरी क्षेत्र (सासाराम, डेहरी, बिक्रमगंज) में सौ से अधिक ब्यूटी पार्लर मौजूद हैं. जहां, महीने में करोड़ों से ज्यादा का कारोबार होता है. वैवाहिक सीजन में कुछ ज्यादा ही.

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