पक्की गलियों में जमा रहता है पानी

समय-समय पर नालियों का नहीं किया गया जीर्णोद्धार कई वार्डों का इस वार्ड के मुख्य नाले से हो कर जाता पानी समय के अनुसार नहीं बढ़ाया गया मुख्य नाले का आकार डेहरी (सदर) : डालमियानगर डेहरी नगर पर्षद का वार्ड नंबर 25 में भी अन्य वार्डों की तरह जलजमाव की स्थिति बनी है. उक्त वार्ड […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 31, 2016 5:55 AM

समय-समय पर नालियों का नहीं किया गया जीर्णोद्धार

कई वार्डों का इस वार्ड के मुख्य नाले से हो कर जाता पानी

समय के अनुसार नहीं बढ़ाया गया मुख्य नाले का आकार

डेहरी (सदर) : डालमियानगर डेहरी नगर पर्षद का वार्ड नंबर 25 में भी अन्य वार्डों की तरह जलजमाव की स्थिति बनी है. उक्त वार्ड में मुख्य समस्या मुख्य नाले का है. नाले के जर्जर हालत से लोग परेशान हैं.

इसके कारण गंदा पानी सड़क पर जमा रहता है. वर्षों पुराने हो चुके मुख्य नाले की रूप-रेखा नप द्वारा नहीं बदली गयी है़ इसी मुख्य नाले से कई वार्डों का गंदा पानी जाता है. समय के अनुसार, उक्त नाला का क्षमता नहीं बढ़ाये जाने से उक्त वार्ड में बिन बरसात के बरसात सा नजारा दिखता है.

मुख्य नाले के कारण बारिश के दिनों में कई गलियों में तालाब सा नजारा दिखता है. स्थानीय लोगों की मानें तो उक्त वार्ड में मुख्य नाले की समस्या तो मान रहे हैं. लेकिन, इसके पीछे लोग मुख्य नाला सहित अन्य नालियों का सफाई नहीं होना भी मान रहे हैं. उक्त वार्ड में जीव-जंतु भी आने का भय सताता है.

उक्त वार्ड में 90 प्रतिशत गलियां तो पक्कीकरण है. लेकिन, नाले के कारण जहां-तहां वार्ड में सालों भर जमा रहता है. लोगों का मानना है कि उक्त वार्ड में नाले के गंदे पानी के साथ साथ कूड़े का उठाव नहीं होने से गंदगी का कुछ जगहों पर अंबार लगा हुआ है. इससे लोगों का रहना मुहाल हो गया है.

उक्त वार्ड के सिन्हा गली, कदम गली सहित आदि गलियों में जलजमाव से लोग त्रस्त हैं. पार्षद की मानें, तो अपने कार्यकाल में लाखों रुपये की लागत से 10 साल के कार्यकाल रोड व नाली का निर्माण कराया है.

उक्त वार्ड का चौहद्दी उत्तर में कदम पेड़ गली, दक्षिण मे न्यू जीटी रोड, पूरब में न्यू एरिया जोड़ा मंदिर मुख्य पथ, पश्चिम में कैनाल रोड जक्खी बिगहा. मतदाताअों की संख्या 3500 व जन संख्या पांच हजार है. 15 सोलर लाइट है. लेकिन, आठ खराब हालत में है. दो आंगनबाड़ी केंद्र हैं.

पार्षद मुख्य नाला का निर्माण के लिए चयन होने के बाद निर्माण नहीं होने का मुख्य कारण मुख्य पार्षद व नप इओ को दोषी मान रहे हैं. ऐसे मुहल्लावासियों द्वारा फोरलेन के संपर्क पथ से सटे संपर्क पथ बनने से पहले मुख्य नाला का निर्माण को ले कर आंदोलन भी किया गया था.

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