खून के लिए तरस रहा ब्लड बैंक

ब्लड की कमी से रेफर कर दिये जाते हैं मरीज सासाराम (रोहतास) : सदर अस्पताल की व्यवस्था सुदृढ़ हुई है. अस्पताल भवन सहित सभी वार्ड चकाचक लग रहे हैं. चिकित्सक भी बैठने लगे हैं. दवा वितरण प्रणाली में भी पहले की अपेक्षा सुधार हुआ है. लेकिन, ब्लड बैंक की स्थिति में अब भी कोई सुधार […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 3, 2016 7:14 AM
ब्लड की कमी से रेफर कर दिये जाते हैं मरीज
सासाराम (रोहतास) : सदर अस्पताल की व्यवस्था सुदृढ़ हुई है. अस्पताल भवन सहित सभी वार्ड चकाचक लग रहे हैं. चिकित्सक भी बैठने लगे हैं. दवा वितरण प्रणाली में भी पहले की अपेक्षा सुधार हुआ है. लेकिन, ब्लड बैंक की स्थिति में अब भी कोई सुधार नहीं हुआ है.
अगस्त में ब्लड बैंक की स्थिति को सुदृढ़ करने के लिए विशेष रक्तदान शिविर लगाया गया था़ निर्णय लिया गया था कि प्रत्येक गुरुवार को रक्तदान शिविर लगेगा़ इस शिविर का भी कोई प्रभाव होते नहीं दिख रहा है़ हालांकि, रक्तदाता भी शिविर से कोसों दूर रहे. रक्तदान करनेवालों की संख्या में कमी की प्रमुख वजह शिविर के बारे में सही प्रचार-प्रसार नहीं हाेना भी हो सकता है़ हर गुरुवार को विशेष रक्तदान शिविर लगाया तो गया, लेकिन इसके बारे में कहीं भी प्रचार-प्रसार नहीं किया गया़ इसके कारण रक्तदाता शिविर लगने के बारे में अनभिज्ञ रहे. नतीजा यह हुआ कि ब्लड बैंक आज भी ब्लड के लिए तरस रहा है. ब्लड की जरूरत सबसे अधिक इमरजेंसी या घायल मरीजों को होती है़ उन्हें ब्लड के अभाव में चिकित्सक रेफर कर देते हैं.
छह यूनिट ब्लड पर टिका ब्लड बैंक: अगस्त माह के शुरुआत में ब्लड बैंक में 16 यूनिट ब्लड था, जो माह के अंत तक छह यूनिट पर आ गया. 10 यूनिट ब्लड का मरीजों के उपयोग में लाया गया. प्रतिदिन दुर्घटना सहित ब्लड के जरूरतमंद मरीजों का इलाज मात्र छह यूनिट ब्लड के बल पर कैसे होगा़

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