आकाशवाणी व दूरदर्शन केंद्र में जमा है बारिश का पानी
केंद्रों के सामने का नाला हो चुका है गायब जलजमाव का बना कारण सासाराम कार्यालय : आकाशवाणी व दूरदर्शन केंद्र के कर्मचारी व उनके परिवार दहशत में जी रहे हैं. उन्हें दो तरफा भय सता रहा है. पहला कॉलोनी में जमें पानी में सांप-बिच्छू का व दूसरा कॉलोनी के गेट पर अतिक्रमणकर बनीं झोंपड़ियों में […]
केंद्रों के सामने का नाला हो चुका है गायब जलजमाव का बना कारण
सासाराम कार्यालय : आकाशवाणी व दूरदर्शन केंद्र के कर्मचारी व उनके परिवार दहशत में जी रहे हैं. उन्हें दो तरफा भय सता रहा है. पहला कॉलोनी में जमें पानी में सांप-बिच्छू का व दूसरा कॉलोनी के गेट पर अतिक्रमणकर बनीं झोंपड़ियों में असामाजिक तत्वों के जमावड़ से. दोनों ही भय अतिक्रमण के कारण उभरे हैं.
कॉलोनी के गेट के सामने नाले का अतिक्रमण हुआ, तो कॉलोनी में जलजमाव होने लगा. सरकारी भूमि पर झोंपड़ियां उगी, तो उसमें असामाजिक तत्वों का जमावड़ा लगने लगा. आये दिन शराब रखने को लेकर पुलिस व उत्पाद विभाग टीम छापे मारने लगी़ लोग पकड़े जाने लगे. अतिक्रमण के विरुद्ध केंद्र के अधिकारियों ने अपने विभाग से लेकर जिला प्रशासन तक से गुहार लगायी, लेकिन अब तक किसी ने कोई कार्रवाई नहीं की. असामाजिक तत्वों से सुरक्षा व जलजमाव से मुक्ति के लिए उनके विभाग के सिविल कंस्ट्रक्शन वर्क्स ने चहारदीवारी को ऊंचा करा दिया. लेकिन कॉलोनी के निवासियों का भय दूर नहीं हुआ.
1991 में स्थापित हुए थे दोनों केंद्र
बेदा गांव के समीप आकाशवाणी व दूरदर्शन केंद्र की स्थापना 1991 में हुई थी. उस समय वह क्षेत्र लगभग खाली था. केंद्र के सामने की सड़क के दूसरी ओर कुछ मकान थे. शांति पूर्ण माहौल में काम हो रहा था. बाद के दिनों में वहां की जनसंख्या बढ़ी, मकानों की संख्या बढ़ी और लोग सरकारी भूमि का अतिक्रमण करने लगे. पहले केंद्रों के सामने की चाट की भूमि को भर डाला, जिससे जलनिकासी की व्यवस्था लगभग ध्वस्त हो गयी. उसके बाद वहां झोंपड़ियां डाल दी.
कई बार लगा चुके हैं गुहार
आकाशवाणी के केंद्राधीक्षक राजकिशोर ने कहा कि अतिक्रमण को हटाने के लिए जिला प्रशासन व पुलिस से कई बार गुहार लगायी जा चुकी है. कार्रवाई नहीं होते देख बाद के दिनों में अपने विभाग को भी पत्र लिखा गया.
विभाग ने अपना काम किया. क्वार्टर के चारों ओर की चहारदीवारी को ऊंचा करा दिया. लेकिन, सामने का अतिक्रमण नहीं हटा. रात में आकाशवाणी व दूरदर्शन के कर्मचारियों का आना-जाना होता है. उन्हें हमेशा भय बना रहता है. प्रशासन को इस ओर ध्यान देना चाहिए. इस संबंध में सासाराम प्रखंड के अंचलाधिकारी के मोबाइल नंबर 8544412826 पर बात नहीं हो सकी.