शहर में खुलेगा पारा मेडिकल संस्थान
एएनएमए, एक्स-रे टेक्नीशियन, रेडियो टेक्नालॉजी, ओटी टेक्नीशियन, लैब टेक्नीशियन, फिजियोथेरेपी आदि की होगी पढ़ाई सासाराम (शहर) : सदर अस्पताल में पारा मेडिकल संस्थान के लिए सरकार ने सहमति प्रदान कर दी है. बिहार मेडिकल सर्विसेज एंड इंफ्रास्ट्रक्चर कारपोरेशन लिमिटेड (बीएमएसआइसीएल) ने सदर अस्पताल परिसर का निरीक्षण कर जमीन मापी का कार्य भी पूरा कर लिया […]
एएनएमए, एक्स-रे टेक्नीशियन, रेडियो टेक्नालॉजी, ओटी टेक्नीशियन, लैब टेक्नीशियन, फिजियोथेरेपी आदि की होगी पढ़ाई
सासाराम (शहर) : सदर अस्पताल में पारा मेडिकल संस्थान के लिए सरकार ने सहमति प्रदान कर दी है. बिहार मेडिकल सर्विसेज एंड इंफ्रास्ट्रक्चर कारपोरेशन लिमिटेड (बीएमएसआइसीएल) ने सदर अस्पताल परिसर का निरीक्षण कर जमीन मापी का कार्य भी पूरा कर लिया है.
सबकुछ ठीक-ठाक रहा तो अगले सत्र से यहां पढ़ाई भी शुरू हो जायेगी. इस संस्थान में एएनएमए, एक्स-रे टेक्नीशियन, रेडियो टेक्नालॉजी, ओटी टेक्नीशियन, लैब टेक्नीशियन, फिजियोथेरेपी आदि पाठ्यक्रम शुरू करने का प्रस्ताव है.
संस्थान के लिए भवन निर्माण की जवाबदेही बीएमएसआइसीएल को दी गयी है. इस इंस्टीट्यूट में विभिन्न कोर्सों का संचालन होगा. इससे भविष्य में टेक्नीशियनों की कमी नहीं रहेगी. यहां एएनएम की पढ़ाई होने से महकमे को भी आसानी से नर्सें उपलब्ध हो जायेंगी. एएनएम का कोर्स डेढ़ वर्ष का होगा. इससे निजी चिकित्सालयों को भी प्रशिक्षित फिजियोथैरेपिस्ट व टेक्नीशियन मिलते रहेंगे. जिले में इस संस्थान के खुलने से बेहतर करियर की नयी संभावनाओं के अवसर मिलने के साथ ही स्थानीय युवाओं को रोजगार भी मिलेगा.
इसी सत्र से हाेना है नामांकन
सदर अस्पताल में पारामेडिकल संस्थान खोलने की योजना है. इसके लिए बीएमएसआइसीएल द्वारा जमीन को चिह्नित कर उसकी मापी करा ली गयी है. यह जिले के लिए बहुत बड़ी उपलब्धि है. जीएनएम स्कूल का भवन बन कर तैयार है. इसमें इसी सत्र से नामांकन होना है. सब कुछ ठीक रहा तो जल्द ही यहां पारा मेडिकल संस्थान भी शुरू हो जायेगा.
डाॅ नवल किशोर प्रसाद सिन्हा, सीएस, रोहतास
जिले में अब तक एक भी सरकारी पारा मेडिकल संस्थान नहीं है. ऐसे में चिकित्सा क्षेत्र के तकनीशियन व प्रयोगशाला सहायक सहित अन्य तकनीकी पाठ्यक्रमों का प्रशिक्षण लेने के लिए युवाओं को निजी पारा मेडिकल संस्थानों में प्रवेश लेना पड़ता है. निजी संस्थानों में प्रशिक्षण लेना काफी महंगा है. इसके अलावा प्रदेश से बाहर के संस्थानों में प्रशिक्षण लेने पर कई बार मान्यता के सवाल भी खड़े हो जाते हैं. इसे देखते हुए सरकार ने यहां पारा मेडिकल संस्थान खोलने का प्रस्ताव बनाया है.